देश में बढ़ते धार्मिक कट्टरता से आरएसएस चिंतित, इंद्रेश ने गौरक्षकों के व्यवहार को बताया निंदनीय

Bihar News: इंद्रेश ने कहा कि हमारा देश विविधताओं से परिपूर्ण है, यहां अलग-अलग भाषा, धर्म, जाति, खान-पान, व्यवहार और बोली है, लेकिन संविधान सबका एक है. पटना में पत्रकारों से बात करते हुए इंद्रेश कुमार ने गौरक्षकों के व्यवहार को निंदनीय बताया.

By Ashish Jha | September 9, 2024 1:36 PM

Bihar News: पटना. देश में बढ़ते धार्मिक कट्टरता से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी चिंतित है. संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा है कि देश में ऐसा माहौल बनाना चाहिए जिसमें ना गाय की हत्या हो और ना किसी आदमी की मॉब लिंचिंग हो. इंद्रेश ने कहा कि हमारा देश विविधताओं से परिपूर्ण है, यहां अलग-अलग भाषा, धर्म, जाति, खान-पान, व्यवहार और बोली है, लेकिन संविधान सबका एक है. पटना में पत्रकारों से बात करते हुए इंद्रेश कुमार ने गौरक्षकों के व्यवहार को निंदनीय बताया.

हिंसा किसी भी रूप में जायज नहीं

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता ने गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा के सवाल पर कहा कि भीड़ की हिंसा किसी भी रूप में जायज नहीं है. मॉब लिंचिग चाहे किसी भी धर्म या जाति के लोगों की हो, यह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि सभी जाति-धर्म के लोग अपने आचार-व्यवहार का पालन करें और साथ ही दूसरों का भी सम्मान करें. उन्होंने धार्मिक कट्टरता और उसके कारण हिंसा से सावधान रहने की भी अपील की. हमें ऐसा माहौल बनाने का प्रयास करना चाहिए जिसमें गाय की लिचिंग (हत्या) न हो और न ही किसी व्यक्ति की.

हमें जातिवाद के जहर को दूर रहना होगा

जाति जनगणना के सवाल पर इंद्रेश ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने जो कहा है, वह संघ के शत-प्रतिशत स्वयंसेवकों का विचार है. जाति एक वास्तविकता है जिसे हम नकार नहीं सकते, लेकिन हमें जातिवाद के जहर को दूर रखने पर ध्यान देना चाहिए. इसी तरह, हमारा यह भी मानना है कि कई धर्म हैंऔर रहेंगे, लेकिन धार्मिक कट्टरता और उसके कारण होनेवाली हिंसा से सावधान रहना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘देश और दुनिया के कई हिस्सों में लोग मांस खाते हैं, लेकिन यह समझना चाहिए कि लोग गाय के प्रति संवेदनशील हैं.

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महाशिवरात्रि के दिन पटना में होगी यज्ञ की पूर्णाहूति

उन्होंने बताया कि गणेश चतुर्थी पर मधेपुरा के सिंहेश्वर स्थान में शुरू पंचमधाम महामृत्युंजय यज्ञ की पूर्णाहूति महाशिवरात्रि के दिन 26 फरवरी को पटना में होगी. यज्ञ यात्रा 12 फरवरी को पटना पहुंचेगी. इसके पहुंचने के समय 15 दिनों तक कई कार्यक्रम होंगे. पंचधाम न्यास के संरक्षक इंद्रेश ने बताया कि बिहार में 108 प्राचीन शिव मंदिर को कवर करते हुए 150 दिनों की आराधना यात्रा होगी. 16 फरवरी से 26 फरवरी तक पटना में महायज्ञ होगा. इसकी पूर्णाहुति 26 फरवरी को महाशिवरात्रि एवं शिव बारात के रूप में होगी.

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