Bihar news: पटना. बिहार में सड़क हादसों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. कोई ऐसा जिला नहीं है जहां पिछले छह माह में सड़क पर हुए हादसे में किसी की जान न गयी हो. पटना की सड़कों पर तो सबसे अधिक मौतें दर्ज हुई हैं. वैसे बिहार का शिवहर जिला इस मामले में सबसे बेहतर हैं. वहां की सड़कों पर चलना सबसे सुरक्षित है. अपर पुलिस महानिदेशक, यातायात सुधांशु कुमार ने सभी जिलों में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई करने, जागरूकता बढ़ाने, यातायात नियमों का पालन करनेऔर संकेतकों के इस्तेमाल किए जाने पर जोर दिया है.
हादसों से बिहार का कोई जिला अछूता नहीं
पुलिस मुख्यालय के अनुसार राज्य के सभी छोटे-बड़े 40 पुलिस जिलों में सड़क हादसे के मामले दर्ज किए गए हैं. 1 जनवरी से 31 जुलाई के बीच राज्य में 6,456 मामले दर्ज किए गए हैं. आंकड़ों पर अगर गौर करें तो बिहार में पिछले सात माह में सर्वाधिक 636 सड़क दुर्घटनाएं पटना में और सबसे कम 39 शिवहर में दर्ज किए गए हैं. इन सात माह में बिहार का कोई भी जिला सड़क दुर्घटना से अछूता नहीं रहा है. मुजफ्फरपुर सड़क हादसे के मामले में पटना को चुनौती दे रहा है. यह जिला बिहार में हादसों के मामले में दूसरे स्थान पर है. जानकारी के अनुसार बिहार में 80 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं मानवीय गलती सेहोती है, जबकि 72 प्रतिशत मामले ओवर स्पीडिंग की वजह से है.
पुलिस के अनुसार सड़क दुर्घटना के प्रमुख कारण
- निर्धारित गति सीमा सेअधिक रफ्तार सेवाहन चलाना
- ओवरटेकिंग करना
- ट्रैफिक लाइट का पालन नहीं करना
- लेन ड्राइविंग का पालन नहीं करना
- सुरक्षा के बारेमेंजानकारी का अभाव
11 जिलों में एक सौ से कम सड़क दुर्घटनाएं
पिछले सात माह में राज्य के 11 जिलों में सड़क दुर्घटना के मामले एक सौ से कम हुए. इन जिलों में बक्सर, जहानाबाद, अरवल, शिवहर, बेतिया, बगहा (पुलिस जिला), किशनगंज, नवगछिया, मुंगेर, शेखपुरा एवं लखीसराय शामिल है. इनमें बक्सर में 81, जहानाबाद में 74, अरवल में 63, शिवहर में 24, बेतिया में 96, बगहा में 45, किशनगंज में 63, नवगछिया में 87, मुंगेर में 71, शेखपुरा में 46 एवंलखीसराय में 94 सड़क दुर्घटनाएं हुई है. वहीं भभुआ में 122, नवादा में 159, सीतामढ़ी में 111, सीवान में 142, गोपालगंज में 104, दरभंगा में 186, मधुबनी में 185, सहरसा में 105, सुपौल में 132, मधेपुरा में 111सड़क दुर्घटनाएं हुई.
इन नौ जिलों में सड़क पर चलने में रखें सावधानी
बिहार के नौ जिले सर्वाधिक खतरनाक हैं. इन जिलों में सड़क पर चलते समय अतिरिक्त सावधानी रखने की जरुरत है. पटना और मुजफ्फरपुर इन दो जिलों में औसतन एक हादसे रोज हो रहे हैं. सर्वाधिक खतरनाक जिलों में मुजफ्फरपुर, नालंदा, भोजपुर, रोहतास, गया, औरंगाबाद, वैशाली, मोतिहारी, सारण और समस्तीपुर शामिल है. इनमें मुजफ्फरपुर में 408, नालंदा में 242, भोजपुर में 219, रोहतास में 256, गया में 280, औरंगाबाद में 207, वैशाली में 243, मोतिहारी में 276, सारण में 337, समस्तीपुर में 230 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिस में जानमाल की क्षति हुई.