Bihar News: पटना. केंद्र की मोदी सरकार अब शहरीकरण के विस्तार के लिए बड़ी योजना पर काम कर रही है. केंद्र सरकार देश के कुछ चुनिंदा शहरों को नये प्लानिंग के साथ विकसित करने की योजना तैयार की है. इस योजना में बिहार के दरभंगा शहर का भी चयन किया गया है. 1934 के भूकंप के बाद बिहार सरकार ने दरभंगा इम्प्रुवमेंट ट्रस्ट बनाकर इस शहर को नये तरह से प्लान किया था. अब केंद्र सरकार एक बार फिर इस शहर को नये सिरे से प्लान करने जा रही है. दरभंगा और मुजफ्फरपुर के बीच इस नये टाउनशिप को विकसित करने की योजना है. इस क्षेत्र में पर्याप्त शुद्ध पेयजल, बिजली, चौड़ी सड़क तथा नाला की सुव्यवस्थित व्यवस्था होगी.
आधुनिक सुविधा से सुसज्जित होगा ग्रेटर दरभंगा
पिछले दिनों दरभंगा आये राज्यसभा सांसद संजय झा ने इस योजना के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जल्द ही दरभंगा को एक नया विस्तार मिलने जा रहा है. दरभंगा एम्स के आसपास का इलाका ग्रेटर दरभंगा के रूप में विकसित किया जानेवाला है. दरभंगा का यह नया टाउपशिप आधुनिक एवं व्यवस्थित शहर होगा. यह शहर पूरी प्लानिंग के साथ बसाया जायेगा और इस टाउनशिप का इलाका दरभंगा और मुजफ्फरपुर के बीच होगा. संजय झा ने कहा कि दरभंगा का यह नया टाउनशिप बिहार का सबसे सुंदर और व्यवस्थित शहर होगा.
सरकार करेगी जमीन का अधिग्रहण
सांसद संजय झा ने कहा कि जिसको जहां मन हुआ, वहीं जमीन खरीद कर मकान खड़ा कर देता है. इस तरह का वेतरतीब शहर एम्स के इलाके में नहीं बसाना है. वहां नया और आधुनिक शहर बसेगा. सांसद ने कहा कि नये टाउनशिप के विकास के लिए सरकार उस इलाके की जमीन का अधिग्रहण करेगी. सांसद ने निर्माणाधीन एम्स के अगल-बगल के क्षेत्र में जमीन खरीदने वालों को सतर्क किया है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जमीन- खरीद बिक्री पर जल्द ही रोक लगेगी. उन्होंने कहा कि जल जमाव क्षेत्र में जब साफ सुथरा चंडीगढ़ बन सकता है, तब दरभंगा को चंडीगढ़ क्यों नहीं बनाया जा सकता है.
1935 में बना था दरभंगा प्लान
भूकंप के बाद 1935 में बिहार विधान परिषद ने दरभंगा टाउन प्लान को मंजूरी दी थी. उस विधेयक को सच्चिदानंद सिन्हा ने सदन के पटल पर रखा था और लंबी बहस के बाद सदन ने उसे मंजूर किया था. दरभंगा को नये सिरे से बसाने के लिए दरभंगा इम्प्रुवमेंट ट्रस्ट की स्थापना की गयी थी, जिसमें दरभंगा महाराज ने कुल बजट का 80 फीसदी अंशदान दिया था. टाउन प्लानर टेंम्प्ले ने नये सिरे से बिहार के इस शहर को बसाने का काम सौंपा गया था. उस वक्त जमीन अधिग्रहण को लेकर हुए भारी विरोध के बाद काम को बीच में ही रोक देना पड़ा था, जिसके कारण शहर का आधुनिक स्वरूप पूरी तरह से दुनिया के सामने नहीं आ पाया, लेकिन बिहार के इस दूसरे प्लान सिटी को 90 साल बाद एक बार फिर से व्यवस्थित करने की योजना तैयार की जा रही है. दरभंगा प्लान सिटी बनाया जाएगा.
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