बिहार में शराबबंदी हटेगी या कानून रहेगा लागू ? राज्यपाल ने संयुक्त अधिवेशन में स्पष्ट की सरकार की मंशा
बिहार में शराबबंदी कानून लागू रहेगा. सरकार इसमें कोई बदलाव नहीं करने जा रही है. शराबबंदी को दृढ़तापूर्वक लागू रखने के साथ-साथ बाल विवाह और दहेज जैसी कुरीतियों के खिलाफ सामाजिक अभियान भी जारी रहेगा. राज्यपाल फागू चौहान ने गुरुवार को बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए यह घोषणा की.
बिहार में शराबबंदी कानून लागू रहेगा. सरकार इसमें कोई बदलाव नहीं करने जा रही है. शराबबंदी को दृढ़तापूर्वक लागू रखने के साथ-साथ बाल विवाह और दहेज जैसी कुरीतियों के खिलाफ सामाजिक अभियान भी जारी रहेगा. राज्यपाल फागू चौहान ने गुरुवार को बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए यह घोषणा की.
राज्यपाल ने कहा कि राज्य की जनता ने विकास के एजेंडे को स्वीकार करते हुए सरकार का स्वरूप तय कर दिया है. उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों में बिहार की विकास दर दो अंकों में रही है. इससे विकास का लाभ समाज के सभी वर्ग तक पहुंचा है और गरीबी में बहुत गिरावट आयी है. हाल ही में राज्य में शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हुआ है. इस चुनाव में राज्य के सभी वर्गों में खासकर युवाओं, महिलाओं और वंचित वर्गों में व्यापक जागरुकता आयी है.
सदन में इस दौरान वाम दलों और बसपा के सदस्यों ने हंगामा किया. भाकपा माले के सत्यदेव राम ने राज्यपाल के अभिभाषण के समानांतर अपना भाषण पढ़ा. इसके पहले विधानमंडल परिसर पहुंचे राज्यपाल का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा व विप के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने स्वागत किया.
सेंट्रल हाल में चल रहे संयुक्त अधिवेशन के अपने 15 मिनट के अभिभाषण में राज्यपाल ने कहा कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना, कृषि और महादलित, दलित, अति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक व महिलाओं के विकास और कल्याण की अनेक योजनाएं चल रही हैं. इन सभी को और सुदृढ़ किया जायेगा. अभिभाषण के दौरान वाम दलों और बसपा के सदस्य हंगामा करते रहे. वाम दलों के सदस्य राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा बता कर बेरोजगारी व सरकार द्वारा चुनाव में किये गये वादों को लागू करने की मांग कर रहे थे.
Posted by : Thakur Shaktilochan