Bihar News: पटना जिला के शास्त्रीनगर थाना के पटेलनगर स्थित आसरा गृह में खिचड़ी खाने के बाद यहां रहने वाली लड़कियों की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद सभी को PMCH में भर्ती कराया गया. जहां दो लड़कियों की मौत हो गई. जबकि नौ लड़कियां इमरजेंसी वार्ड में इलाजरत हैं. दो को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है. एक लड़की की मौत 7 नवंबर और दूसरी की मौत 10 नवंबर को हुई है. इन लड़कियों की देखभाल के लिए समाज कल्याण विभाग ने चार काउंसलर रखा है.
खिचड़ी खाने के बाद बिगड़ी तबीयत
अस्पताल में इलाजरत एक लड़की ने बताया कि सात नवंबर की सुबह खिचड़ी खाने के बाद सभी को उल्टी होने लगी. उसके बाद एक के बाद एक लड़कियां बेहोश होने लगी. आसरा गृह में सभी लड़कियों का प्राथमिक उपचार किया गया, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुई. जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिस दिन लड़कियों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया, उसी दिन एक की मौत हो गई. दूसरी लड़की की मौत इलाज के दौरान हुई.
शेल्टर होम में अभी भी 44 बच्चियां मौजूद
पटना सदर की ANM रेखा सिंह ने बताया कि शेल्टर होम में अभी भी 44 बच्चियां मौजूद हैं. इस हादसा के बाद बाल संरक्षण आयोग की टीम पूरी तरह से एक्टिव हो गई है. बाल संरक्षण आयोग के चेयरमैन डॉ. अमरदीप अपनी टीम के साथ आसरा गृह पहुंच घटना की जानकारी लेंगे.
Also Read: बिहार के बगहा में पुल से टकराई अनियंत्रित नाव, 8 किसान डूबे, दो लापता
SDPO ने क्या कहा?
SDPO साकेत कुमार ने कहा कि, 7 नवंबर को एक बच्ची की तबीयत बिगड़ने की बात सामने आई थी. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. 10 नवंबर को एक और लड़की की अचानक तबीयत बिगड़ी और उसकी भी मौत हो गई. 8 नवंबर को बच्ची के बीमार होने की जानकारी शेल्टर होम की ओर से पुलिस को दी गई थी. जिला प्रशासन की ओर से 17 नवंबर तक एक डॉक्टर, दो ANM और एंबुलेंस की तैनाती की गई है.
SDPO ने आगे बताया कि, DM ने भी जांच टीम गठित कर दी है. फूड इंस्पेक्टर द्वारा शेल्टर होम के पानी और खाने का सैंपल लिया गया है. इसके घटना के पीछे की वजह जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही पता चल पाएगी.