बिहार का पहला अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बन कर तैयार हो चुका है. बीते माह 18 सितंबर को सीएम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया था. मगर, अब तक टर्मिनल को चालू नहीं किया जा सका है. टर्मिनल को लेकर एनएच से पटना-मसौढ़ी मार्ग बनने वाली छह लेन सड़क का काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है. पथ निर्माण विभाग की ओर से बनायी जाने वाली सड़क का काम अब तक अधूरा है. सिर्फ एक लेन सड़क बन पायी है,जबकि सड़क को लेकर अभी तक निर्माण चल रहा है. गौरतलब है कि सीएम के उद्घाटन करने के बाद नगर विकास व आवास विभाग की ओर से बताया गया था कि पथ निर्माण विभाग लगभग 15 दिनों में निर्माण कार्य पूरा कर देगा.
पथ निर्माण विभाग के साउथ विंग के मुख्य अभियंता उत्तम कुमार ने बताया कि पटना-मसौढ़ी मार्ग पर पटना में एनएच से लेकर अंतरराज्यीय बस टर्मिनल तक छह लेन सड़क का निर्माण किया जाना है. उसके आगे मसौढ़ी तक फोर लेन की सड़क बनायी जानी है. फिलहाल एक फ्लैंक का काम बना हुआ है. शेष का निर्माण किया जा रहा है. मार्ग में हाइटेंशन वायर को भी हटाया जाना है. उन्होंने बताया कि अभी निर्माण कार्य को लेकर कुछ तकनीकी समस्या है. बुधवार को साइट विजिट किया जायेगा. इसके बाद सड़क निर्माण पूरा होने को लेकर स्थिति स्पष्ट हो पायेगी.
नगर विकास व आवास विभाग के माध्यम से 302 करोड़ की लागत से अंतरराज्यीय बस टर्मिनल का काम पूरा हो गया है. टर्मिनल के सभी चारों ब्लॉक में दो फ्लोर छोटी गाड़ियों की पार्किंग बनायी गयी है. एलिवेटेड कॉरिडोर होते हुए यह गाड़ी फर्स्ट एंड सेकेंड फ्लोर पर चली जायेगी. इसके बाद यात्री अपनी बस पकड़ने के लिए गंतव्य स्थल की ओर रवाना होंगे. सभी ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. बसें मुख्य द्वार पूरब की ओर होते हुए आयेंगी और टर्मिनल पर सवारी को छोड़कर फिर वहीं से (यात्री) सवारी लेकर पश्चिम के गेट के तरफ से प्रस्थान करेंगी. बस स्टैंड में सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए परिसर की सुरक्षा के लिए चारों तरफ चहारदीवारी बनायी गयी है.
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बस टर्मिनल के अंदर चारों तरफ दो हजार मीटर में सड़क बनायी गयी है, ताकि यात्री को किसी तरह से आने-जाने में कोई परेशानी नहीं हो. 64 केवीए का विद्युत सर्विस स्टेशन लगाया गया है. इसके अतिरिक्त सौर ऊर्जा प्लांट भी लगाया गया है. बस टर्मिनल में पानी की व्यवस्था के लिए अंडरग्राउंड टैंक बनाया गया है. यात्रियों के लिए विश्रामगृह के साथ-साथ बस चालकों के लिए दो फ्लोर का विश्रामगृह बनाया गया है.
1.यात्रियों के लिए पर्याप्त मात्रा में होंगे टिकट काउंटर
2.महिलाओं-पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय
3.बुजुर्गों और बच्चों के लिए एसक्लेटर की व्यवस्था
4.सभी ब्लॉक में केंद्रीकृत एयर कंडीशनर, लिफ्ट और विश्रामगृह
5.कमर्शियल कंप्लेक्स में रेस्टोरेंट्स और छोटी-मोटी दुकानें
6.मनोरंजन के लिए मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल
Posted by: Thakur Shaktilochan