बिहार के नियोजित शिक्षकों(Niyojit Teacher) को ऐच्छिक ट्रांसफर(niyojit teacher transfer ) के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है. दरअसल इस तरफ तैयारी तो जरूर चल रही है लेकिन फिलहाल बैठकों का दौर ही जारी है. तबादले की नीति बनाने के लिए गठित कमेटी अभी इसपर मंथन ही कर रही है. एक-दो बैठकों के बाद कमेटी के द्वारा विभाग को प्रस्ताव सौंपे जाने की उम्मीद है. इस माह के अंत तक तबादले का फॉर्मूला तय हो जाने के आसार हैं
गौरतलब है कि शिक्षक नियोजन नियमावली के तहत शिक्षकों का तबादला अपने नियोजन इकाई में ही होने का प्रावधान था. लेकिन पिछले साल 2020 में शिक्षा विभाग ने दिव्यांग और महिला शिक्षकों को अंतरजिला तथा अंतर नियोजन इकाई तबादले की छूट दी है. यह छूट उन्हें उनके सेवा अवधि में एकबार के लिए दी गई है. जिससे लाखों शिक्षकों को इसका लाभ मिलने वाला है.
बता दें कि सितम्बर 2020 में शिक्षा विभाग ने तबादले का फॉर्मूला तैयार करने के लिए एक कमेटी का गठन किया था. जिसकी अध्यक्षता माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरिवर दयाल सिंह को सौंपी गई. जिन्हें एक माह के अंदर ही रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया था. लेकिन चुनाव के कारण यह टल गया और आगे की कार्रवाई नहीं हो पायी.
तबादले के मामले ने फिर एक बार अब जोर पकड़ा है. दो बैठकों के पूरा होने के बाद अब कमेटी तीसरी बैठक की तैयारी कर रही है. कमेटी इस तबादले की प्रक्रिया का अध्ययन कर रही है.
बता दें कि इसके लिए शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे. जानकारी के मुताबिक अंतरजिला तबादले के लिए शिक्षकों से अधिकतम तीन ऑप्शन मांगे जा सकते हैं. वहीं कमेटी इस बात की भी तैयारी कर रही है कि तबादले के दावे पर किस तरह निर्णय हो और इसका क्या आधार तय किया जाना चाहिए.
Posted By: Thakur Shaktilochan