पटना : केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री आरके सिंह ने शनिवार को कहा है कि बिहार में पिछले-तीन चार वर्षों में 11 हजार करोड़ रुपये की योजनाएं केंद्र सरकार ने बिहार में दी. इससे नये सबस्टेशन, गांवों का विद्युतीकरण, एचटी और एलटी लाइन बिछाने सहित हर घर बिजली पहुंचाने का काम हुआ. इन सभी कार्यों में केंद्र सरकार ने 90 फीसदी राशि खर्च की. केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि केवल बिहार ही नहीं अन्य राज्यों में भी उनकी जरूरत के अनुसार केंद्र सरकार ने बिजली के क्षेत्र में आर्थिक मदद की.
ऊर्जा मंत्री एवं बिहार के आरा से सांसद आरके सिंह ने यह बातें शनिवार को बिजली से संबंधित कई योजनाओं का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करते हुये कहीं. एनटीपीसी पटना प्रबंधक (नैगम संचार) विश्वनाथ चंदन की ओर से जारी प्रेस विज्ञेप्ति में कहा गया है कि इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि दुनिया में सबसे अधिक विद्युतीकरण का विस्तार भारत में हुआ है. केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री आरके सिंह ने शनिवार सुबह 11 बजे बाढ़ में शहरी सामुदायिक केंद्र, सहनौरा सामुदायिक केंद्र, औरंगाबाद के नवीनगर में मेह-इन्द्रपुरी बराज रोड का नवीकरण, कांटी में मुख्यद्वार कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया.
आरके सिंह ने आगे कहा, एनटीपीसी ने पीएम केयर्स फंड में 257.5 करोड़ रुपये का योगदान किया है, जो सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों के लिहाज से सबसे अधिक है. इसने एम्स, पटना को 12 करोड़ रुपये प्रदान किए. एनटीपीसी बिजली पैदा करने के अन्य तरीकों का इस्तेमाल करते हुए अपने पोर्टफोलियो को विविधता प्रदान कर रहा है और आज यह कहा जा सकता है कि हमारे पास इसे एक वास्तविक बहुराष्ट्रीय कंपनी में बदलने के लिए उपयुक्त दृष्टिकोण है. उन्होंने आगे कहा, एनटीपीसी को ओडिशा में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विद्युतीकरण की जिम्मेदारी भी दी गयी थी, जिसे उसने निर्धारित समय सीमा से भी पहले पूरा किया.
इस कार्यक्रम में औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह, बाढ़ के विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, नवीनगर के विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह, कांटी के विधायक अशोक कुमार चौधरी और एनटीपीसी के सीएमडी गुरदीप सिंह और ऊर्जा मंत्रालय तथा बिहार प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी समारोह में मौजूद रहें.
सांसद सुशील कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा, मैं एनटीपीसी के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिसने अपने सीएसआर प्रयासों के साथ-साथ बिजली उत्पादन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. आज हम सब जानते हैं कि बिजली एक लक्जरी नहीं, बल्कि एक आवश्यकता है. यहां तक कि स्वास्थ्य देखभाल उपचार भी बिजली पर निर्भर है. हमें यह जानकर गर्व हुआ है कि बिहार जल्द ही 10,000 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा.
वहीं, बाढ़ के विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने कहा, यह हमारे लिए गर्व का क्षण है जब एनटीपीसी द्वारा निर्मित किए गए दो ऐसे सामुदायिक भवनों का उद्घाटन किया जा रहा है, जो क्षेत्र के विकास में योगदान करेंगे. ऊर्जा मंत्री के मार्गदर्शन में आज हमारे क्षेत्र में सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे बिजली की सप्लाई मिलती है. विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा, एनटीपीसी की ये सीएसआर पहल बिहार के प्रति सरकार के दृष्टिकोण को दर्शाती है. मेह-इंद्रपुरी बराज रोड का निर्माण राष्ट्रीय विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे पटना के लिए आवागमन और अधिक सुविधाजनक हो जाएगा. इस मौके पर विधायक अशोक कुमार चौधरी ने कहा, एनटीपीसी कांटी में मल्टीफंक्शनल मेन गेट कॉम्प्लेक्स के निर्माण से यहां के लोगों में अपार खुशी का माहौल है. इससे पूर्वी बिहार में कांटी क्षेत्र की प्रतिष्ठा बढ़ी है.
इस अवसर पर एनटीपीसी के सीएमडी गुरदीप सिंह ने इस अवसर पर कहा, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के प्रेरणादायी मार्गदर्शन के तहत एनटीपीसी का अच्छा विकास हुआ है और इसी मार्ग पर चलते हुए एनटीपीसी ने बिहार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 62910 मेगावाट में से, एनटीपीसी की बिहार में कुल स्थापित क्षमता 6150 मेगावाट है. इसके अलावा 3800 मेगावाट की योजना पाइपलाइन में है. आज एनटीपीसी ने एक ऐसी महत्वपूर्ण पहल की है, जिसके लिए हम यहां एकत्र हुए हैं. आगे भी हम बिहार के विकास के लिए विभिन्न सीएसआर पहल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
Upload By Samir Kumar