एनटीपीसी बाढ़ के पहले चरण की 660 मेगावाट की पहली इकाई को ग्रिड से जोड़ा गया, वाणिज्यिक उत्पादन के बाद करेगी बिहार को रोशन
पटना : एनटीपीसी बाढ़ के पहले चरण की 660 मेगावाट की पहली इकाई को रविवार सुबह सात बजकर 32 मिनट पर ग्रिड से जोड़ दिया गया. इसके बाद इस इकाई से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की गयी. जांच के दौरान सब कुछ सही पाया गया है. इस इकाई की जांच अब केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) के निर्धारित मानदंडों के तहत की जायेगी. इस दौरान टर्बाइन, बॉयलर, जल प्रवाह आदि जैसे सभी मानदंडों को पूरा करने पर इसे लगातार 72 घंटे तक पूर्ण लोड पर चलाया जायेगा. सब कुछ पाये जाने पर इस इकाई से कॉमर्शियल उत्पादन शुरू हो जायेगा.
पटना : एनटीपीसी बाढ़ के पहले चरण की 660 मेगावाट की पहली इकाई को रविवार सुबह सात बजकर 32 मिनट पर ग्रिड से जोड़ दिया गया. इसके बाद इस इकाई से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की गयी. जांच के दौरान सब कुछ सही पाया गया है. इस इकाई की जांच अब केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) के निर्धारित मानदंडों के तहत की जायेगी. इस दौरान टर्बाइन, बॉयलर, जल प्रवाह आदि जैसे सभी मानदंडों को पूरा करने पर इसे लगातार 72 घंटे तक पूर्ण लोड पर चलाया जायेगा. सब कुछ पाये जाने पर इस इकाई से कॉमर्शियल उत्पादन शुरू हो जायेगा.
सूत्रों के अनुसार एनटीपीसी बाढ़ में पहले चरण की कुल तीन इकाइयां हैं. उनसे कुल 1980 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है. उनके से एक को ग्रिड से जोड़ा गया है और दो इकाइयों पर काम चल रहा है. एनटीपीसी बाढ़ के अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि मार्च 2022 के अंत तक शेष दो इकाइयों को चालू कर दिया जायेगा. तीनों इकाइयों से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होने पर बिहार को अतिरिक्त 1025 मेगावाट बिजली मिलेगी.
बाढ़ परियोजना के दूसरे चरण (2×660 मेगावाट) की दो इकाइयां पहले ही औद्योगिक उत्पादन कर रही हैं. वर्तमान में बिहार को दूसरे चरण की दो इकाइयों से 1198 मेगावाट बिजली मिल रही है. फिलहाल एनटीपीसी बिहार को अपने विभिन्न संयंत्रों के माध्यम से 4248 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर रहा है.
Upload By Samir Kumar