खेल संवाददाता, पटना : बिहार में राज्य स्तरीय खेल गतिविधियों के आयोजित होने की उम्मीदें बढ़ गयी हैं. वर्षों से प्रतियोगिता कराने में नाकाम बिहार ओलिपिंक एसोसिएशन को भंग कर इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन ने एडहॉक कमेटी गठित कर दी है. इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन ने जांच समिति के अध्यक्ष हेमंता कुमार कलिता की सिफारिशों के आधार पर यह कार्रवाई की. इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की ओर से जारी पत्र के अनुसार, हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह को कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण कुमार ओझा, रग्बी फुटबॉल एसोसिएशन ऑफ बिहार के महासचिव पंकज कुमार ज्योति, रिटायर्ड आइएएस डॉ संजय सिन्हा और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित निशानेबाज श्रेयसी को सदस्य बनाया गया है.
कमेटी को मिली चुनाव कराने की जिम्मेदारी
एडहॉक कमेटी 31 मार्च, 2025 तक कार्य करेगी. 10 अप्रैल, 2025 को एडहॉक कमेटी को रिपोर्ट इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन को सौंपने का निर्देश दिया गया है. 28 जनवरी से 14 फरवरी तक उत्तराखंड में होने वाले नेशनल गेम्स में बिहार की प्रतिभागिता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी एडहॉक कमेटी की होगी. बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन के नियमों अनुसार विभिन्न खेल संघों की मान्यता सुनिश्चित करना है. इसके अलावा इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के संविधान के अनुसार बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन की कार्य समिति का चुनाव करने की जिम्मेदारी भी एडहॉक कमेटी को दी गयी है.
जांच समिति की सिफारिश
जांच समिति के अध्यक्ष हेमंता कुमार कलिता ने जांच के बाद इंडियन ओलिंपक एसोसिएशन को सौंपी रिपोर्ट में कहा है कि बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन के भंग कर एडहॉक कमेटी बनाने की जरूरत है. बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन खेल गतिविधियां कराने में नाकाम रही है. यहां चुनाव करा कर बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन को एक्टिव करने की जरूरत है.ये लगे थे आरोप
पदाधिकारी कर रहे मनमानीनिष्क्रियता खेल और खिलाड़ियों के प्रति बेरुखीकार्यकलाप में व्याप्त भ्रष्टाचारअपारदर्शी व्यवस्थाभाई-भतीजावादकुछ लोगों का एसोसिएशन पर कब्जासमय पर चुनाव भी नहीं हुआकई खेल संघों ने की शिकायत
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन से बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों के खिलाफ बिहार के कई खेल संघ ने भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद समेत कई तरह की शिकायतें की थीं. इसके बाद जांच समिति के अध्यक्ष हेमंता कुमार कलिता ने पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेल संगठनों के अध्यक्ष, सचिव और बिहार ओलिंपिक संघ के प्रतिनिधि से पूछताछ की थी. इसके बाद जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन को सौंपी थी.
पहली बार बनी है एडहाॅक कमेटी
विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारियों ने बताया कि बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन के इतिहास में पहली बार एडहॉक कमेटी बनी है. उन्होंने बताया कि बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन का समय पर चुनाव भी नहीं हो सका. पिछला चुनाव 18 अक्तूबर, 2020 को हुआ था. एसोसिएशन का चुनाव हर चार वर्ष के अंतराल पर होता है. नियम के अुनसार, 18 अक्तूबर, 2024 से पहले चुनाव हो जाना चाहिए था. खेल संघों के पदाधिकारियों का कहना है कि एडहाॅक कमेटी के बनने से बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन का निष्पक्ष चुनाव कराने का रास्ता साफ हो गया है.
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