पटना : श्रम साधना और डीएमडी पोर्टल पर पंजीबद्ध 1591476 श्रमिकों में से सात जुलाई तक 150508 मजदूरों को प्रदेश की विभिन्न औद्योगिक यूनिटों में काम मिल सका है. हालांकि, उद्योग विभाग के श्रम साधना पोर्टल पर प्रदेश के उद्यमियों की तरफ से बतायी गयी कुल रिक्तियां 290302 हैं. इस तरह शेष रह गयी 139794 रिक्तियों को भरने के लिए पंजीकृत किये गये मजदूरों में से ही पहचान की जा रही है.
इसके अलावा अन्य विभिन्न योजनाओं के जरिये भी रोजगार सृजित किये गये हैं. रोजगार सृजन करने की दिशा में प्रदेश के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों ने प्रभावी पहल की है. प्रारंभिक प्रयास के बाद 48 क्लस्टर्स शुरू किये गये हैं. करीब इतने ही क्लस्टर अभी शुरू होने की प्रक्रिया में हैं. गुजरात और दिल्ली में रेडीमेड औद्योगिक यूनिटों में काम करने वाले बिहारी मजदूरों को बिहार में ही रोजगार दिलाने के लिए 21 क्लस्टर्स पहचाने गये हैं. यह क्लस्टर्स अपना ट्रालय पूरा करने जा रहे हैं. इनके लिए कुशल श्रमिकों की पहचान कर ली गयी है.
अररिया: रेडीमेड पार्क
बेगूसराय : रेडीमेड, वुडन, बैग निर्माण
भागलपुर: दो रेडीमेड गार्मेंट,होली स्टार और पार्कल सेल्फ ग्रुप
दरभंगा: टेलरिंग ,कारपोट और सेविंग क्लस्टर्स
पूर्वी चंपारण: रेडीमेड और वुडन क्लस्टर
गया: हनी और कंबल क्लस्टर
जमुई: चार रेडीमेड क्लस्टर्स
जहानाबाद: रेडीमेड पार्क
कटिहार: दो मखाना क्लस्टर
किशनगंज: रेडीमेड क्लस्टर
मधेपुरा: रेडीमेड और सीमेंट से संबंधित उत्पाद क्लस्टर
मुंगेर: कारपेंटर,रेडीमेड, मोबाइल चार्ज असेंबलिंग ,शू मेकिंग क्लस्टर्स
पूर्णिया: दो वुडन क्लस्टर्स
रोहतास: रेडीमेड एवं कारपेंट्री क्लस्टर
सारण: रेडीमेड और फर्नीचर क्लस्टर्स
हाजीपुर: रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर्स
वेस्ट चंपारण: रेडीमेड गारमेंट
शेष जिलों में
क्लस्टर्स डेवलपमेंट की प्रक्रिया जारी है.
क्लस्टर स्थापित करने में अब तक फिसड्डी रहे जिले
पटना, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बक्सर, गोपालगंज, कैमूर, खगड़िया,लखीसराय, मधुबनी, नवादा, सहरसा, समस्तीपुर,सीतामढ़ी, शेखपुरा, सीवान,सुपौल.