बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav 2021) को लेकर तैयारी तेज हो गयी है. मतदान के तारीखों को ऐलान हो गया है. पहले चरण के मतदान में अब एक महीने से भी कम समय बचे हैं. वहीं शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने और बूथ लूट और हिंसा से मतदान को प्रभावित होने से बचाने के लिए भी तैयारी की जा रही है.
बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2021) को लेकर पुलिस महकमा भी अपनी तैयारी में जुटा है. पड़ोसी देशों की सीमा से सटे इलाकों में चुनावी सभी करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. वही एसएसबी के साथ बिहार पुलिस ने चौकसी तेज कर दी है. वहीं ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित किया जाएगा जहां बूथ लूटने और हिंसा होने की संभावना अधिक है. इन कारणों से बदनाम इलाकों का नक्शा तैयार किया जाएगा. यहां सुरक्षा के लिहाज से अलग रणनीति बनायी जाएगी.
निर्वाचन आयोग ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चेतन्य प्रसाद और बिहार पुलिस के डीजीपी एसके सिंघल को पत्र लिखा है. जिसमें कई निर्देश दिये गये हैं. गृह विभाग और बिहार पुलिस मुख्यालय इस काम में जुट गयी है. निर्वाचन आयोग ने ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करने को कहा है जहां पहले भी चुनाव के दौरान हिंसा हुई है. पिछले चुनावों में जिन इलाकों में बूथ लूट और चुनाव से जुड़ी आपराधिक घटनाएं हुई हैं वहां विशेष निगरानी और इंतजाम का निर्देश दिया गया है.
पंचायत चुनाव के पहले वैसे असामजिक और शरारती तत्वों को चिन्हित किया जाएगा जिनसे चुनाव को प्रभावित किये जाने की आशंका है. पंचायत चुनाव के दौरान नक्सली हिंसा को रोकने के लिए भी तैयारी चल रही है. नक्सल प्रभावित इलाकों का विशेष नक्शा तैयार किये जाने को कहा गया है ताकि सुरक्षाबलों को पहुंचने में परेशानी नहीं हो.
हाल में ही एडीजी (एटीएस) रविंद्रण शंकरण ने भागलपुर के डीआइजी कार्यालय में रेंज डीआइजी सहित भागलपुर रेंज के तीनों जिला के एसएसपी/एसपी के साथ बैठक की. चार घंटे तक चली गोपनीय बैठक में कई मामलों पर विचार-विमर्श हुआ. मामला बेहद गोपनीय होने की वजह से किसी भी पुलिस अधिकारी ने मामले में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. ऐसा माना जा रहा है नक्सल गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए ही कुछ चर्चाएं हुई हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan