पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को मतदाता सूची के प्रारुप का प्रकाशन होता था. लेकिन आयोग द्वारा उपलब्ध कराये गए सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण प्रकाशन नहीं हो पाया.पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची के प्रकाशन में और दो दिन का समय लग सकता है.
आयोग द्वारा उपलब्ध कराये गए सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण यह देरी संभव है. जिला प्रशासन ने पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची का हार्ड कॉपी में तो विखंडन कर लिया है, लेकिन सॉफ्टवेयर पूरी तरह काम नहीं कर रहा है.
सॉफ्टवेयर उन मतदाताओं के नाम नहीं हट पा रहा है, जिनके नाम क्षेत्र के नगर निकाय में शामिल होने के कारण हटाए जाने थे. सूची आम लोगों के लिए सार्वजनिक करने के साथ ही लोगों से दावा आपत्ति ली जाएगी. दावा आपत्ति के निष्पादन के बाद सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा.
दावा आपत्ति के दौरान मतदाता सूची में नाम जुड़वाया जा सकता है. या फिर हटाने के आवेदन किया जा सकता है. त्रुटि का सुधार होगा. इसके लिए अलग – अलग फॉर्मेट में आवेदन लिया जाएगा . जांच के बाद सूची को अपडेट किया जाएगा. दरअसल, विधान सभा मतदाता सूची का पंचायत वार विखंडन किया जाता है.
80 हजार वोटर का कटेगा नाम- हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव के बाद मतदाता सूची में नाम जोड़ने के आवेदन देने वाले 67869 लोगों के नाम मतदाता सूची में जुड़े हैं. इन नामों को मिलाकर जिले में अब मतदाताओं की संख्या 3054457 हो गई है, जिसमें से नगर निकाय में शामिल करीब 80 हजार मतदाताओं के नाम छंटेंगे.
मतदाता का नाम छंटने के बाद ही मतदाता सूची के अंतिम प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी के संबंध में आयोग से संपर्क किया गया है, तकनीकी विशेषज्ञ समस्या के निदान में लगे हैं. जल्दी ही मतदाता सूची के विखंडन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.