पंचायत आम चुनाव में तरह-तरह की तस्वीरें उभर रही हैं. अब तक तीन चरणों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं. तीनों चरण मिला कर कुल 7398 उम्मीदवार निर्विरोध चुनाव जीत चुके हैं. इनमें मुखिया, सरपंच,पंच, वार्ड समिति और पंचायत समिति के सदस्य शामिल हैं. खास यह कि 593 पदों पर एक भी नामांकन नहीं हुआ.
पंचायत चुनाव की पहली तस्वीर यह है, जिसमें किसी भी पंचायत में सिर्फ आमने-सामने का मुकाबला नहीं है. एक पद के लिए औसतन तीन प्रत्याशी मैदान में त्रिकोणीय संघर्ष बनाने में जुटे रहे. चुनाव में दूसरी तस्वीर यह है कि जहां प्रत्याशियों की भागीदारी बढ़ी है तो, वहीं निर्विरोध निर्वाचित होने वाले प्रतिनिधियों की संख्या भी बढ़ रही है.
राज्य में पहले चरण में 858 प्रत्याशियों का निर्वाचन निर्विरोध रूप से किया गया. दूसरे चरण में पदों की अधिक संख्या बढ़ी, तो निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले प्रत्याशियों की संख्या में भी इजाफा हुआ. दूसरे चरण में निर्विरोध निर्वाचित होने वालों की संख्या 3396 रही. तीसरे चरण में 23128 पदों के लिए मतदान कराया गया, जबकि 3144 पदों पर प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित कर दिये गये. इधर, मतदान और निर्विरोध चुनाव के बीच हर चरण में कई पदों पर नामांकन करने वाले प्रतिनिधि ही नहीं मिले. इसके कारण इन पदों पर चुनाव ही नहीं हुआ और ऐसे पदों को रिक्त मान लिया गया. पहले चरण में 87 पदों के लिए दावेदार ही नहीं मिले, जबकि दूसरे चरण में 320 ऐसे पद थे, जिन पर भी किसी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया.
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राज्य में पहले चरण में मुखिया, सरपंच, पंच , वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य और जिला पर्षद सदस्य के 4646 पदों के लिए निर्वाचन कराया गया. इन पदों के लिए कुल 15078 प्रत्याशियों ने दावेदारी की. इसी प्रकार से दूसरे चरण के पंचायत चुनाव में 21131 पदों के लिए चुनाव कराया गया, जिसमें 71467 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. तीसरे चरण के चुनाव में 23128 पदों के लिए चुनाव कराया गया, जबकि इस चरण में कुल 81616 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. अभी तक तीन चरणों के नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों की संख्या औसतन तीन से अधिक रही है. लोकतंत्र के इस पर्व में उन
प्रत्याशियों ने भी भागीदारी की जिनको जीत- हार की परवाह नहीं रही. उन्होंने अपने पॉकेट से नामांकन शुल्क की राशि जमा की. इसमें पंच व सदस्य पद के लिए 500 रुपये, मुखिया-सरपंच-पंचायत समिति सदस्य पद के लिए 1000 रुपये और जिला पर्षद सदस्य पद के लिए 2000 रुपये नामांकन शुल्क पर खर्च की चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी की.
चरण-निर्विरोध जीते
पहला चरण- 858
दूसरा चरण- 3396
तीसरा चरण- 3144
कुल 7398
Published By: Thakur Shaktilochan