बिहार पंचायत चुनाव: युवाओं में दिख रही उम्मीदवारी को लेकर होड़, सोशल मीडिया पर जमकर कर रहे प्रचार
कुछ ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को रिझाने का कार्य तेज किया है. तो कुछ अभी से गली-गली खाक छान रहे हैं. गांवों में प्रचार प्रसार लेकर पंचायतों के विकास तक की बातें तेज हो गई है. पुराने चेहरों के साथ नए चेहरे भी इस चुनाव में अपनी किस्मत को आजमाने की तैयारी में हैं. किशनगंज जिले के 126 पंचायतों के अलावा जिला परिषद व पंचायत समिति,ग्राम कचहरी, वार्ड एवं पंच की सीटों के लिए अप्रैल व मई महीने में चुनाव कराया जाना जाना था. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण चुनाव समय नहीं हो सका. अगले कुछ महीनों में चुनाव की संभावना है. मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, पंच, पंचायत सदस्य व जिला परिषद की जिले में कुल 3984सीटें हैं. इन सीटों पर चुनाव को लेकर ग्रामीण इलाकों में सरगर्मी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
बिहार में पंचायत चुनाव की तैयारी तेज होने लगी है. वहीं इसबार युवा उम्मीदवार भी मैदान में उतरने की तैयारी में है. इस बार इनकी तादाद अधिक होने की संभावना है. इनमें कुछ ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को रिझाने का कार्य तेज किया है. तो कुछ अभी से गली-गली खाक छान रहे हैं. गांवों में प्रचार प्रसार लेकर पंचायतों के विकास तक की बातें तेज हो गई है. पुराने चेहरों के साथ नए चेहरे भी इस चुनाव में अपनी किस्मत को आजमाने की तैयारी में हैं.
ग्रामीण इलाकों में सरगर्मी बढ़ी
बिहार में अप्रैल व मई महीने में चुनाव कराया जाना जाना था. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण चुनाव समय नहीं हो सका. अगले कुछ महीनों में चुनाव की संभावना है. मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, पंच, पंचायत सदस्य व जिला परिषद के सीटों पर चुनाव होना हैं. इन सीटों पर चुनाव को लेकर ग्रामीण इलाकों में सरगर्मी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
पंचायत चुनाव लड़ने के लिए युवा ठोक रहें हैं ताल :
पंचायतों में होने वाले चुनाव पर पुराने दिग्गजों के अलावा युवा वर्ग के उम्मीदवारों की नजर है. तमाम राजनीतिक दल के कार्यकर्ता भी पंचायत चुनाव में कई पदों पर अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी में जुटे हैं. इंटरनेट मीडिया से लेकर गांवों तक में संभावित प्रत्याशियों की सरगर्मी हर दिन बढ़ती जा रही है. संभावित उम्मीदवार अपने पंचायतों में अपनी संभावनाओं को टटोल रहे हैं. ज्ञातव्य है कि पंचायत समिति के चुनाव के बाद सभी प्रखंडों में निर्वाचित पंचायत समिति सदस्य प्रखंड प्रमुख का चुनाव करते हैं. इसी प्रकार जिला परिषद के निर्वाचित सदस्य जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव करते हैं. बहरहाल वर्तमान समय में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर दावेदारी व तैयारी तेज होती जा रही है.
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सोशल मीडिया का अभी से हो रहा है जमकर उपयोग :
वैसे अभी तक पंचायत चुनाव की घोषणा नहीं हुई है.लेकिन चुनावी अखाड़े में उतरने को बेताब उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया को बड़ा प्लेटफार्म बना दिया है.खासकर पहली बार मैदान में उतरने वाले युवा प्रत्याशियों ने अभी से सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है. खासकर फेसबुक, व्हाट्सएप और सिग्नल पर पंचायत के नाम से पेज और ग्रुप बनाकर लोगों को जोड़ा जा रहा है.
दावे ऐसे की पूरे पंचायत को ही बदल देंगे :
सोशल मीडिया पर बन रहें ग्रुप में संभावित उम्मीदवारों द्वारा ऐसे दावे किए जा रहें हैं कि उनकी जीत होते ही पूरे पंचायत में विकास की गंगोत्री बहा देंगे,इलाके का पूरा इतिहास और भूगोल ही बदल देंगे.ऐसे दावे किए जा रहे.जो कि जमीन पर कितना उतरेंगे ये तो आने वाला समय बताएगा फिलहाल चुनावी सरगर्मी उम्मीदवारों के सर चढ़ कर बोलने लगा है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan