बिहार पंचायत चुनाव: सास को हराने बहू उतरी मैदान में, पति-पत्नी के बीच अब चुनावी मैदान में भी मुकाबला
बिहार पंचायत चुनाव में पड़ोसी और अन्य तो आमने-सामने रहते ही हैं इस बार पिता के सामने पुत्र तो कहीं पति के सामने पत्नी मैदान में उतरी हैं. वहीं सास-बहू, मां-बेटे के बीच भी इसबार चुनावी घमासान है.
मसौढ़ी. धनरूआ प्रखंड की 19 पंचायतों में से पांच पंचायतों में मुखिया पद के लिए दिलचस्प मुकाबला होने की संभावना बनती जा रही है. बुधवार को नामांकन के आखिरी दिन प्रखंड से प्राप्त आंकड़ों से इसका खुलासा हुआ. किसी पंचायत में सास-बहू आमने-सामने हैं तो कहीं पति-पत्नी. एक पंचायत में मां व पुत्र ही आमने-सामने हो गये हैं. हालांकि नामांकन के बाद नामांकन पत्र की संवीक्षा व नाम वापसी की तिथि में समय है. उस वक्त तक इन पंचायतों में सब कुछ ठीक ठाक रहा तो मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है.
इसे लेकर धनरूआ में चर्चाओं का बाजार भी गर्म है. सांडा पंचायत से सास शंकुतला देवी व बहू सविता देवी, सतपरसा से मां चंद्रमणी देवी व पुत्र कुमार सुमित, धनरूआ से सास सीमा देवी व बहू लवली कुमारी, बहरामपुर से पिता राजेश्वर प्रसाद व पुत्र गुड्डू कुमार के अलावा मोरियावां से पति सुरेंद्र साव व उनकी पत्नी अवंती देवी मुखिया पद के लिए नामांकन किया है.
धनरूआ प्रखंड के 19 पंचायतों में 23 अक्तूबर को होने वाले पंचायत चुनाव के लिए बुधवार को नामांकन के आखिरी दिन मुखिया पद के लिए कुल 27 प्रत्याशियों ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया. इसमें प्रखंड के कोसुत पंचायत से निवर्तमान मुखिया बीरेन्द्र पासवान व बारीबिगहा पंचायत से सूर्यकांत प्रसाद उर्फ प्रमोद कुमार शामिल हैं.
वहीं धनरूआ जिला परिषद भाग-22 से चंदन कुमार ने अनुमंडल कार्यालय में पर्चा दाखिल किया. मौके पर राजद नेता धन्नी यादव, प्रखंड राजद अध्यक्ष संजय यादव के अलावा उत्पल कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे.
बिक्रम प्रखंड के 16 पंचायतों के लिए आठ अक्तूबर को होने वाले चुनाव को लेकर बुधवार की शाम प्रचार का काम समाप्त हो गया. प्रचार के अंतिम दिन उम्मीदवारों ने प्रचार कार्य में ताकत झोंक दी. दूसरी तरफ मतदान कर्मियों के बीच मतदान की सभी सामग्री वितरित की गयी. मतदान कर्मी मतदान सामग्री को लेकर अपने-अपने बूथों के लिए रवाना होते दिखे.
Posted By: Thakur Shaktilochan