कोरोना संकट से पीड़ित नॉर्थ-ईस्ट के लोगों का बिहारियों ने जीता दिल
कोरोना संकट के दौरान जहां प्रवासी श्रमिकों की एक से बढ़कर एक दर्दनाक दास्तां सामने आयी है. वहीं उनकी मदद करने वाले गुमनाम लोगों की भी कमी नहीं रही. ऐसा ही एक वाकया नयी दिल्ली से मिजोरम जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बैठे प्रवासी श्रमिकों के साथ भी हुआ.
पटना : कोरोना संकट के दौरान जहां प्रवासी श्रमिकों की एक से बढ़कर एक दर्दनाक दास्तां सामने आयी है. वहीं उनकी मदद करने वाले गुमनाम लोगों की भी कमी नहीं रही. ऐसा ही एक वाकया नयी दिल्ली से मिजोरम जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बैठे प्रवासी श्रमिकों के साथ भी हुआ. बेगूसराय के एक गांव के पास यह ट्रेन रुकी. गांव के लोग ट्रेन में जा रहे मिजोरम के लोगों को खाना और पानी देने के लिए बदहवास दौड़ पड़े. जल्दी-जल्दी फूड पैकेट बांटते रहे. ट्रेन में बैठे एक प्रवासी श्रमिक ने इस घटना का वीडियो बनाकर मिजोरम पहुंचने के बाद सोशल मीडिया पर शेयर किया. बड़ी बात थी कि राहत बांट करे लोगों ने मास्क व पीपीइ किट का भी प्रयोग किया था.
सीएम बोले: अच्छाई के लिए अच्छाई
बिहार के लोगों के सेवा भाव को देख कर मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा इस वीडियो को देखकर इतने खुश हुए कि उन्होंने ट्वीट कर बिहार के लोगों की तारीफ की. मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘अच्छाई के लिए अच्छाई’. उन्होंने एक पिछले वीडियो का जिक्र करते हुए लिखा है कि घर लौटने वाले मिजो लोगों ने असम में बाढ़ पीड़ितों को उनके खाने के पार्सल दिए थे. उन्होंने ऐसी पहल को सकारात्मक बताते हुए ऑनलाइन साझा किया है. अब यह वीडियो कई मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहा है.
एक-दो दिन पहले का है वीडियो, खुब आ रहे कॉमेंट
जानकारी के अनुसार यह वीडियो महज एक या दो दिन पहले का है. अब वायरल हो रहे इस वीडियो पर सकारात्मक कमेंट आ रहे हैं. कई लोगों ने खाना और पानी बांटने वाले ग्रुप की सराहना की है. साथ ही इसे भारतीय संस्कृति की खासियत बताया है. कुछ लोग कह रहे हैं कि एकता में ही बल है. कुछ सोशल मीडिया फॉलोअर इसे भारतीयता और राष्ट्रवाद से जोड़कर देख रहे हैं. दरअसल लॉकडाउन लागू होने के बाद महानगरों से गांवों की तरफ प्रवासी श्रमिकों के पलायन ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था. महिला, बच्चे, बूढ़े, बीमार आदि पैदल ही अपने घर को चल दिये थे. उनके साथ एक से बढ़कर एक दर्दनाक घटनाएं सामने आ रही थीं. ऐसे में रास्ते में उनके मददगार भी सामने आये. इसमें अधिकतर गुमनाम लोगों ने उनकी मदद की.
Posted By : Rajat Kumar