सिपाही बनने ये चूके बेरोजगारों को होम गार्ड बनायेगी बिहार सरकार, नियमों में होंगे बदलाव

Bihar Police : सरकार का मानना है कि मामूली अंतर से सिपाही बनने से चूके युवक-युवतियों को यह मौका मिलता है, तो होमगार्ड भी बेहतर फोर्स के तौर पर विकसित होगा. शारीरिक रूप से दक्ष और पढ़ाई-लिखाई के लिहाज से भी ठीक ठाक युवक-युवती होमगार्ड में बहाल होंगे.

By Ashish Jha | December 29, 2024 8:02 AM

Bihar Police : पटना. बिहार सरकार जल्द ही होमगार्ड की नियुक्ति के नियमों में बदलाव करने जा रही है. बिहार पुलिस में सिपाही के पद से चूके युवक-युवतियों को होमगार्ड में जगह दी जाएगी. इसके लिए नियमों को लचीला बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. आला प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की इसको लेकर एक दौर की बैठक भी हो चुकी है. संबंधित अधिकारियों को इसके लिए नियमावली में जरूरी बदलाव पर काम करनेका टास्क सौंपा गया है. माना जा रहा है कि जल्द ही इसपर अंतिम रूप दे दिया जाएगा.

सिपाही नियुक्ति के लिए ऐसे होता है चयन

बिहार में सिपाही बनने के लिए इंटरमीडिएट या समकक्ष परीक्षा पास होना अनिवार्य है. बहाली से पहले अभ्यर्थियों को लिखित और शारीरिक परीक्षा से गुजरना होता है. दोनों ही परीक्षाओं में पास होने के बाद मेधा सूची बनाई जाती है और अंतिम रूप से सिपाही के पद के लिए अभ्यर्थियों का चयन होता है. राज्य सरकार सिपाही बनने से चूके अभ्यर्थियों को गृहरक्षक (होमगार्ड) में बहाल करने पर विचार कर रही है.

अग्निवीर को मौका देनेपर भी मंथन

होमगार्ड बनने के बाद सिपाही की अगली बहाली में तय मापदंडों में फिट बैठनेवाले दोबारा से बहाली परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. इसको लेकर कवायद शुरू कर दी गई है. आला अफसरों के विचार मंथन फिलहाल यह देखा जा रहा है कि होमगार्ड की बहाली के नियमों का इसके लिए कौन से जरूरी बदलाव करने होंगे. दूसरी ओर भारतीय सेना के अग्निवीर को बिहार पुलिस में मौका देने को लेकर बिहार सरकार विचार कर रही है. सूत्रों के अनुसार फिलहाल सेना से रिटायर होनेवाले जवानों के लिए विशेष तौर पर गठित बिहार विशेष सैन्य बटालियन-16 में जगह दी जा सकती है. इसके बाद रेगुलर फोर्स में अवसर देने पर विचार हो सकता है.

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