Bihar Police: पटना. सरकारी नौकरी और हथियारों के लाइसेंस दिलाने के नाम पर ठगी व फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड भाजपा नेता कनकमणि मिश्रा के पति प्रकाश मोहन मिश्रा को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. औराई प्रखंड के धरहरवा गांव निवासी प्रकाश को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. औराई थानेदार सह प्रशिक्षु डीएसपी अभिजीत कमलेश ने आरोपित की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. पुलिस मामले की अग्रेत्तर कार्रवाई में जुट गई है.
प्राथमिकी के बाद हुई गिरफ्तारी
भाजपा नेता कनकमणि मिश्रा के पति प्रकाश मोहन मिश्रा पर आरोप है कि वो मंत्रालय से लेकर अधिकारियों में गहरी पैठ का झांसा देकर औराई के अलग-अलग गांव के आधा दर्जन युवकों से 12 लाख रुपये की ठगी की गई है. प्रकाश ने ऑनलाइन एप, बैंक खाता और कैश रुपये लिए. इसके अलावा 50 हजार रुपये में फर्जी आर्म्स लाइसेंस तक बनाकर दे दिया. औराई थाने में सरहचिया के विपिन कुमार ने एफआईआर कराई थी. जांच में मामला सत्य पाए जाने पर औराई पुलिस को आरोपित प्रकाश की गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया था. अधिकारियों के निर्देश पर आरोपी की गिरफ्तारी की गयी है.
बेरोजगारों से ठगे लाखों रुपये
बीते 17 अगस्त को एफआईआर दर्ज कराते हुए पीड़ित विपिन कुमार ने पुलिस को बताया था कि पांच नवंबर 2022 को मोबाइल पर प्रकाश से बात हुई. उसने खुद को सीआईडी इंस्पेक्टर बताया. 25 हजार रुपये में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में नौकरी लगवाने की बात कही. बोला कि एक माह में नौकरी नहीं मिली तो रुपये वापस कर देंगे. उसने
पहले 25 हजार रुपये लिये. बाद में नौकरी में लगनेवाले प्रमाणपत्र के नाम पर रुपये लेता रहा. फिर आर्म्स लाइसेंस बनवाने के लिए 50 हजार रुपये लिया और फर्जी लाइसेंस बनाकर दे दिया. फिर बोला कि अगर और कोई नजदीकी हो तो उसे लाओ. उनकी भी नौकरी लगवा देंगे. इसके बाद विपिन ने अपने नजदीकी व रिश्तेदारी के चार बेरोजगारों से प्रकाश का संपर्क करवाया.
पुलिस को दी गयी ऑडियो कॉल की रिकॉर्डिंग
आरोपी ने सरहचिया के अमरेंद्र अरविंद को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में नौकरी के लिए एक लाख रुपये लिया. फतेहपुर बरौना के देवेंद्र राम को सीआईडी में नौकरी के लिए दो लाख रुपये लिए. हथौड़ी थाना के धनुषी निवासी सरिता कुमारी से आईबी में नौकरी को तीन लाख 40 हजार लिये. विपिन ने आरोप लगाया कि जब उसने रुपये लौटाने को कहा तो उसे मोबाइल कॉल पर धमकी दी. पीड़ित ने ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग भी पुलिस को सौंपा है. इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने बताया कि कनकमणि मिश्रा महिला मोर्चा में अधिकारी हैं. उनके पति प्रकाश मोहन मिश्रा पार्टी के सदस्य नहीं है. गिरफ्तारी उनका व्यक्तिगत मामला है. पार्टी का कोई लेना देना नहीं है.
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