शराबबंदी: बिहार के सभी जिलों में होगी ताबड़तोड़ कार्रवाई, एसपी को थानों में कैंप करने का निर्देश
16 नवंबर को बिहार के मुख्यमंत्री के द्वारा शराबबंदी को लेकर गहन समीक्षा बैठक करने से पहले ही पुलिस मुख्यालय के स्तर पर समीक्षा बैठक की गई. सभी जिलों के डीएम एवं एसपी इस बैठक में ऑनलाइन माध्यम से जुड़े.
बिहार में शराब तस्करी और चुलाई की अवैध शराब के खिलाफ सभी जिलों को व्यापक अभियान चलाने का सख्त निर्देश दिया गया है. पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के डीएम एवं एसपी के साथ ऑनलाइन माध्यम से शुक्रवार की दोपहर से लेकर शाम तक गहन समीक्षा बैठक की गयी.
गौरतलब है कि 16 नवंबर को मुख्यमंत्री शराबबंदी को लेकर गहन समीक्षा बैठक करेंगे. इससे पहले पुलिस मुख्यालय के स्तर पर की गयी यह समीक्षा बैठक बेहद अहम मानी जा रही है. इस दौरान डीजीपी एसके सिंघल ने सभी जिलों के एसपी को खासतौर से निर्देश दिया कि वे अपने-अपने इलाकों के सभी थानों में कैंप करने और शराब की तस्करी एवं चुलाई के अवैध धंधे को लेकर आसूचना या इंटेलिजेंस एकत्र कर इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
इसके अलावा डीएम एवं एसपी को कहा गया है कि जिस क्षेत्र में पंचायत चुनाव होने वाले हैं, उसके एक दिन पहले संबंधित क्षेत्रों का सघन दौरा करें. ताकि किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका नहीं हो. चुनाव के दौरान शराब का अवैध तरीके से वितरण और तस्करी पर खासतौर से नजर रखें. वोटरों को लुभाने को लेकर कई तरह के प्रलोभन उम्मीदवारों की तरफ से देने की बातें भी सामने आयी हैं, इस पर भी नजर रखने के लिए सभी जिलों को कहा गया है. इस समीक्षा बैठक के दौरान पंचायत चुनाव के दौरान पुलिस बल की तैनाती, विधि-व्यवस्था और लंबित मामलों के निपटारे पर खासतौर से समीक्षा की गयी.
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सभी जिलों को विधि-व्यवस्था पर भी खासतौर से ध्यान रखने को गया है. सभी थानों को कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में सभी आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. खासकर शराब के मामलों में जिनकी पहले गिरफ्तारी हो चुकी है या जो जेल से छूट कर आये हैं, उन पर नजर बनाये रखने या कुछ ज्यादा कुख्यातों को थानों में नियमित हाजिरी लगवाने के लिए कहा गया है.
रात्रि गश्ती, वाहन चेकिंग समेत सभी कार्यों को पूरी मुस्तैदी के साथ सभी थानों को करने के लिए कहा गया है. जिन थानों में लंबित मामलों की संख्या ज्यादा है, उन थानों को इसकी समुचित सूची बनाकर इसका जल्द निपटारा करने के लिए कहा गया है. सभी थानों में अपराध अनुसंधान विंग का गठन हो चुका है. इन्हें खासतौर से केसों का निपटारा करने के लिए कहा गया है.
Published By: Thakur Shaktilochan