शुभम कुमार, पटना : पुलिस विभाग में टीडीएस के पैसे में गड़बड़ी का खुलासा हुआ है. पुलिसकर्मियों की सैलरी से टीडीएस का पैसा तो कट गया, लेकिन उनके पैन नंबर पर पैसा नहीं भेजा गया. सूत्रों की मानें, तो यह एक नहीं कई पुलिसकर्मियों के साथ हुआ है. यह मामला प्रकाश में तब आया जब कारगिल चौक पर तैनात पुलिसकर्मी मो आलमगीर रिटर्न फाइल करने अपने वकील के पास गये. इस मामले की जानकारी जब एसएसपी कार्यालय के अकाउंट सेक्शन को हुई, तो हड़कंप मच गया.
दरअसल, जब वकील जमशेद आलम ने मो आलमगीर के टीडीएस अकाउंट को देखा, तो उसमें भारी गड़बड़ियां दिखी. वकील ने पुलिसकर्मी मो आलमगीर से कहा कि आपके अकाउंट में न तो सैलरी दिख रही है न ही टीडीएस के रुपये. पुलिसकर्मी मो आलमगीर भौचक रह गये. साल में 84 हजार रुपये टीडीएस कट जाते हैं. उन्होंने पेपर दिखाया, जिसमें पिछले साल 7 मार्च को ~24,810 का चालान भरा है.
पुलिसकर्मी मो आलमगीर (आरक्षी नंबर 2542) ने बताया कि पिछले कई दिनों से वकील और अकाउंट सेक्शन का चक्कर लगा रहे हैं. जब अकाउंट सेक्शन में जाते हैं, तो वहां से बोला जाता है कि विभागीय वकील जितेंद्र झा से बात कीजिए. जब वकील के पास जाते हैं, तो वह बोलते हैं कि अकाउंट सेक्शन से पता कीजिए मेरे पास नहीं आया है. प्रभात खबर के संवाददाता ने जब अकाउंट सेक्शन के कर्मियों से इस बारे में जानना चाहा, तो सभी एक-दूसरे पर पल्ला झाड़ते दिखे. महिलाकर्मी रूपा ने बताया कि इस तरह का कोई मामला मैं नहीं देखती हूं. रिटर्न फाइल करना मेरा काम नहीं है. वकील से जाकर मिलिए.
एसएसपी कार्यालय में जब इस बारे में कई पुलिसकर्मियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि टीडीएस के पैसे में बहुत झोल है. पांच से छह महीने चक्कर लगाने के बाद टीडीएस का पैसा पैन से लिंक किया जाता है. कइयों को तो मिलता भी नहीं. वकील और अकाउंट सेक्शन के काफी चक्कर लगाने के बाद पैसा मिलता है. पुलिसकर्मी के वकील जमशेद आलम ने कहा कि अगर समय पर रिटर्न फाइल नहीं किया जाये, तो नोटिस भी भेजा जाता है.
यह मामला संज्ञान में आया है. कुछ पुलिसकर्मियों का टीडीएस का पैसा नहीं मिल पाया है. कई बार गलत पैन नंबर डालने की वजह से पैसा दूसरे पैन नंबर पर चला जाता है. अकाउंट सेक्शन कर्मियों को गड़बड़ी की जांच कर मामले का समाधान करने को कहा गया है.
आलोक कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), एसएसपी कार्यालय
Posted By: Thakur Shaktilochan