पटना: अब क्यूआर कोड के जरिए दे सकेंगे पुलिस के व्यवहार और कार्य का फीडबैक, कोतवाली थाने से हुई शुरुआत…
Bihar Police News: थाना पहुंचने वाले आम लोग अब पुलिस के व्यवहार और कार्य का फीडबैक क्यूआर कोड के जरिए दे सकेंगे. जानकारी के अनुसार फिलहाल अभी यह एंड्रॉयड मोबाइल यूजर के लिए डेवलप किया गया है. बाद में फीचर फोन व अन्य तकनीकों के इस्तेमाल में भी लाया जाएगा.
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Bihar Police News: थाना पहुंचने वाले आम लोग अब पुलिस के व्यवहार और कार्य का फीडबैक क्यूआर कोड के जरिए दे सकेंगे. शुक्रवार को इसकी शुरुआत कोतवाली थाने से की गई, जहां सेंट्रल एसपी चंद्रप्रकाश, ग्रामीण एसपी रोशन कुमार, पश्चिमी एसपी अभिनव धीमन, पूर्वी एसपी भारत सोनी के साथ सदर एएसपी स्वीटी सेहरावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर क्यूआर कोड के इस्तेमाल का डेमो दिया.
जानकारी के अनुसार फिलहाल अभी यह एंड्रॉयड मोबाइल यूजर के लिए डेवलप किया गया है. बाद में फीचर फोन व अन्य तकनीकों के इस्तेमाल में भी लाया जाएगा. इस क्यूआर कोड को डेवलप चारो एसपी व एएसपी सदर ने मिलकर किया है और इसकी मॉनीटरिंग सीधे एसएसपी कार्यालय से की जाएगी.
सेंट्रल एसपी का कहना है कि इस क्यू्आर कोड के जरिए पुलिस के कार्य में पारदर्शिता आएगी. यह क्यूआर कोड थाने की हर जगह, जैसे ओडी ऑफिसर, गेट, महिला डेस्क, सरिस्ता के अलावा गश्ती गाड़ियों में भी चिपकाया जाएगा.
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पहली बार फटकार के साथ दिशा-निर्देश, दूसरी बार में कार्रवाई तय
सेंट्रल एसपी ने बताया कि पटना के सभी थानों के एक महीने की फीडबैक की समीक्षा की जाएगी. मासिक समीक्षा बैठक में फीडबैक के आधार पर थानेदारों से सवाल-जवाब भी किया जाएगा. अगर किसी थाने का फीडबैक पहले महीने खराब आया, तो फटकार के साथ दिशा-निर्देश देते हुए व्यवहार व कार्य सुधारने के लिए कहा जाएगा. अगर दूसरी बार फिर उसी थाने का फीडबैक खराब आया और लगातार पीड़ित द्वारा पुलिस के व्यवहार व कार्य की शिकायत मिली, तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
अगले फेज में ऑनलाइन प्राप्ति देने की तैयारी
अगले फेज में पीड़ितों को ऑनलाइन प्राप्ति देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. अगर कोई पीड़ित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हैं और उन्हें रिसीविंग नहीं मिली है, तो आगे उन्हें ऑनलाइन प्राप्ति दी जाएगी.
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