बिहार में सभी तरह के अपराध को हर स्तर पर नियंत्रित करने को लेकर डीजीपी एसके सिंघल ने सभी जिलों और मुख्यालय के आला अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने सभी जिलों को निर्देश दिया कि सभी थाना क्षेत्र में हाल के दिनों में हुए क्राइम के पैटर्न का अच्छे से अध्ययन कर इसके आधार पर पहले हॉट स्पॉट को चिह्नित करें. इसके बाद इन स्थानों पर गश्ती खासकर रात्रि गश्ती को बढ़ाये और जो ज्यादा संवेदनशील इलाके हैं, वहां पुलिस गाड़ी हमेशा खड़ी रखें. गश्ती को किसी खास समय पर नहीं, बल्कि औचक तरीके से करें.
डीजीपी एसके सिंघल ने निर्देश दिया कि पुलिस गश्ती के दौरान प्रत्येक स्तर पर कर्मियों का व्यक्तिगत प्रदर्शन आंका जायेगा और प्रत्येक कर्मी का अपराध नियंत्रण में क्या योगदान रहा, इसकी पड़ताल की जायेगी. गश्ती के दौरान सभी संदिग्धों की सघन चेकिंग करें. सभी एसपी को आदेश दिया गया कि एक अंतराल पर थानों में जाकर अपराध अनुसंधान समेत सभी कार्यों की ठीक से समीक्षा करें. इसमें भूमि-विवाद से जुड़े मामलों का निबटारा समय पर किया गया या नहीं, इसकी अलग से जांच करें.
इस दौरान एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने निर्देश दिया कि गश्ती को कारगर बनाने के लिए रोको-टोको-फोटो के फॉर्मूला के अपनाएं. यानी किसी संदिग्ध को रोके, उनसे पूछताछ करें फिर उनके वाहन की फोटोग्राफ मोबाइल से लें. इन फोटो को कुछ दिनों तक थाना के कंप्यूटर में सुरक्षित रखें. अगर कोई अपराध होता है, तो इस फोटो का मिलान अपराधियों की गाड़ी से करें. इससे अपराधी जल्द पकड़े जा सकेंगे.
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जितेंद्र सिंह गंगवार ने सभी एसपी से कहा कि अपने-अपने जिले से अधिकतम तीन और कम -से -कम एक महत्वपूर्ण कांडों की केस स्टडी मुख्यालय को 28 अप्रैल 2022 तक भेजे. इससे पहले संबंधित क्षेत्रीय आइजी या डीआइजी के स्तर पर समीक्षा करवा लें.
एडीजी (विधि-व्यवस्था) संजय कुमार सिंह ने चैती छठ और रामनवमी के मौके पर पुलिस बल के बेहतर प्रबंधन से संबंधित उचित दिशा-निर्देश दिये. पूजा और जुलूस के दौरान किसी तरह की समस्या नहीं, इसका खासतौर से ध्यान रखा जाये. एडीजी (सीआइडी) जितेंद्र कुमार ने कहा कि 2021 की पहली तिमाही की तुलना में इस वर्ष अपराध में कमी आयी है.
Published By: Thakur Shaktilochan