बिहार में थाना स्तर पर मौजूद गड़बड़ी या लापरवाही को ठीक करने के लिए पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों ने औचक निरीक्षण करने का सिलसिला शुरू किया है. ये अधिकारी अब निरीक्षण के साथ ही संबंधित थानों के आसपास या यहां आये लोगों से फीडबैक भी लेंगे. इसके अलावा थानों में स्टेशन डायरी के अलावा पेंडिंग मामलों की संख्या, लंबित वारंट और कुर्की-जब्ती की भी तरीके से जांच की जायेगी.
हाल में पुलिस महकमे के डीजीपी से लेकर एडीजी रैंक के आला अधिकारियों ने पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली जिलों के डेढ़ दर्जन से अधिक थानों का निरीक्षण किया है. इन सभी में कुछ सामान्य रूप से गड़बड़ियां पायी गयीं. इनमें थानों से बिना किसी सूचना या जानकारी के जमादार या दारोगा या थानाप्रभारी का गायब पाया जाना, स्टेशन डायरी का अपडेट नहीं मिलना और कुछ थानों में पेट्रोलिंग के बारे में गलत लोकेशन देना शामिल हैं.
मुजफ्फरपुर और वैशाली के कई थानों की रात्रि पेट्रोलिंग पार्टी से पूछा गया कि उनका लोकेशन कहां है, तो उन्होंने अलग-अलग स्थान बताये, जबकि हकीकत में उस समय सभी थाने में ही मौजूद थे. पटना के गांधी मैदान थाने में डीजीपी के औचक निरीक्षण के दौरान भी स्टेशन डायरी काफी समय से लंबित पायी गयी. साथ ही इसमें कई गलतियां भी मिलीं. इस पर थानाप्रभारी को निलंबित कर दिया गया था.
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थाना स्तर पर मुकदमों से जुड़े दस्तावेजों का अपडेशन और रखरखाव भी अस्त-व्यस्त तरीके से करने के मामले भी सामने आये हैं. इन तमाम बातों के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने सभी थानों को स्टेशन डायरी अपडेट रखने और केसों की जांच रिपोर्ट भी सही तरीके से रखने का निर्देश दिया है. इसका पालन नहीं करने वाले पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
थाना स्तर पर मौजूद तमाम गड़बड़ी और रात्रि गश्ती को पूरी मुस्तैदी से कराने के लिए मुख्यालय के आला अधिकारियों के स्तर से औचक निरीक्षण की व्यवस्था की गयी है. चाक-चौबंद पुलिसिंग व्यवस्था को लागू करने के लिए एडीजी रैंक के अधिकारियों का औचक निरीक्षण का सिलसिला शुरू हो गया है. थानों की साफ-सफाई और सामान का रखरखाव सही तरीके से करने का भी निर्देश दिया गया है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan