बिहार पुलिस एकेडमी, राजगीर ने हाल में ही 1581 अवर निरीक्षक राज्य को दिये हैं. सूबे के मुखिया नीतीश कूमार ने पासआउट परेड में सलामी ली है. सभी नये दारोगा की तैनाती भी कर दी गई है लेकिन एक चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है कि इनमें एक चौथाई दारोगा ऐसे हैं जो ट्रेनिंग के दौरान ली जाने वाली परीक्षा में पास नहीं हो सके हैं.मीडिया रिपोर्ट में इसका दावा किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजगीर स्थित बिहार पुलिस एकेडमी से हाल में ही 1581 सब इंस्पेक्टर पासआउट हुए हैं. प्रोबेशन पीरियड के तहत उनकी तैनाती जिलों में की गई है. लेकिन इनमें 387 दारोगा ऐसे हैं जो ट्रेनिंग के दौरान ली जाने वाली परीक्षा में फेल हो चुके हैं. ट्रेनिंग की परीक्षा में फेल हुए 387 सब-इंस्पेक्टर को सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है. लेकिन इनकी तैनाती जिलों में कर दी गई है.
बताया जा रहा है कि ऐसे दारोगा को दो पूरक परीक्षाओं के माध्यम से पास होने का मौका दिया जाएगा. इसमें पास होने के बाद ही वो सेवा दे सकेंगे. अगर दो पूरक परीक्षा में भी वो पास नहीं हो सकेंगे तो उन्हें नौकरी से बाहर कर दिया जाएगा. निदेशक मूल्यांकन विषय 100 अंक का था. इसमें 27 दारोगा फेल बताये जा रहे हैं. वहीं 10 दारोगा ऐसे हैं जिन्हें शून्य अंक मिला है. तीन दारोगा ऐसे भी बताये जा रहे हैं जो सभी आंतरिक विषयों में शून्य अंक लेकर आए हैं.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेनिंग के दौरान पासआउट होने के पहले इन दारोगा को कुल 23 सौ नंबर की परीक्षा देनी होती है. जिसमें 1500 नंबर आंतरिक विषय और 700 नंबर बाह्य विषयों के होते हैं. जबकि 100 नंबर निदेशक मूल्यांकन की होती है. इन सभी विषयों को मिलकार 50 फीसद अंक लाकर ही पास होते हैं.