विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधान परिषद में विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी, राज्य सरकार में मंत्री संतोष सुमन समेत सभी 11 उम्मीदवार 14 मार्च को नाम वापसी के बाद निर्विरोध निर्वाचित हो जायेंगे. दरअसल, विधान परिषद की 11 सीटों के लिए यह चुनाव हो रहा है और 11 उम्मीदवारों ने ही पर्चा दाखिल किया है. 12 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी.
14 मार्च को दोपहर तक वापस ले सकते हैं नाम
14 मार्च को दोपहर बाद नाम वापसी का निर्धारित समय बीत जाने के बाद चुनाव आयोग सभी के निर्विरोध निर्वाचित होने का ऐलान कर देगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार चौथी बार विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित हाेंगे. वहीं, राबड़ी देवी व मंगल पांडेय दूसरी बार और अब्दुल बारी सिद्दीकी, जदयू के खालिद अनवर व मंत्री संतोष सुमन दूसरी बार विधान परिषद के सदस्य बनेंगे. भाजपा के लालमोहन गुप्ता व अनामिका सिंह, राजद के फैसल अली व उर्मिला ठाकुर और भाकपा माले की शशि यादव पहली बार विधान परिषद की सदस्य निर्वाचित होंगी. इसके पहले सोमवार को महागठबंधन के पांच और भाजपा के तीनों उम्मीदवारों ने अपने नामांकन का पर्चा दाखिल किया.
महागठबंधन के ये थे प्रत्याशी
महागठबंधन की ओर से राजद की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, सैयद फैसल अली, डॉ. उर्मिला ठाकुर और सीपीआइ (माले) की शशि यादव ने नामांकन दाखिल किया. इस दौरान राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, तेजस्वी प्रसाद यादव, भोला यादव,समीर कुमार महासेठ, महबूब आलम और सत्यदेव राम मौजूद थे. वहीं, एनडीए की ओर से भाजपा से पूर्व मंत्री मंगल पांडेय, लाल मोहन गुप्ता और अनामिका सिंह ने भी अंतिम दिन पर्चा दाखिल किया. भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन के समय उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार मौजूद थे.
चार मार्च को जारी हुई थी अधिसूचना
विधान परिषद के 11 सीटों के लिए होने वाले चुनाव का परिणाम 14 मार्च को घोषित होगा. इन सीटों पर चुनाव के लिए चार मार्च को अधिसूचना जारी की गयी थी.