पटना. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा आनन- फानन में मंगलवार को दिल्ली तलब किए गए . उनकी इस यात्रा के बाद बिहार में सियासी हलचलें (Bihar Politics) तेज हो गई है. सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाई कमान प्रदेश में एक नई समीकरण प्रयोग करना चाह रही है. इसको लेकर ही प्रदेशअध्यक्ष को दिल्ली तलब किया गया है. पार्टी सूत्रों का कहना है बिहार विधान परिषद में कांग्रेस को मिले वोट को लेकर पार्टी बिहार में अब नई पारी खेलना चाह रही है.
इसी को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष को दिल्ली तलब किया गया है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस बिहार में दलित और मुसलमानों के अपने पुराने गठबंधन को मजबूत करना चाह रही है. पार्टी इसको लेकर बिहार की कमान अब एक दलित वर्ग से आने वाले नेता के हाथों में सौंपना चाह रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का यह दौरा इससे जोड़कर देखा जा रहा है. पार्टी ने 17 अप्रैल से बिहार में शुरु होने वाले गांधी संदेश यात्रा को भी कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया है.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि सीनियर नेताओं के विरोध के बाद जाप प्रमुख पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन की जगह पार्टी कांग्रेस विधायक राजेश राम के नाम पर चर्चा कर रही है. राजेश राम के पिता जी भी कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं. इसके साथ ही वे कांग्रेस सरकार में मंत्री भी थे. इसके साथ ही वे दलितों के नेता भी थे. पार्टी इसको लेकर राजेश राम के नाम पर चर्चा कर रही है. बिहार में कांग्रेस को प्रदेश अध्यक्ष कब तक मिलेगा. इसपर कांग्रेस के सीनियर नेता चुप हैं. उनका कहना है कि वर्तमान दिल्ली में हैं. उनके भविष्य का फैसला पार्टी हाई कमान जल्दी करेगी. इसके साथ ही नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा भी हो जायेगी.