सत्र के बाद सीधे क्षेत्र में जाइए, वर्ना सदन में नहीं आ पायेंगे, तेजस्वी यादव ने विधायकों को दिया टास्क
Bihar Politics: पटना में हुई पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा," हमलोग तभी बेहतर कर पायेंगे, जब जनता के बीच रहेंगे."
Bihar Politics: पटना. राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार विधानसभा चुनाव-2025 के लिए अपने को हर मोर्चे पर मजबूत करने की तैयारी शुरू कर दी है. उपचुनाव में चार सीटों पर मिली करारी हार के बाद तेजस्वी यादव ने सीधे तौर पर कह दिया है कि विधानसभा चुनाव-2025 के लिए अभी से ही पूरी तरह से एक्टिव हो जाना है. पटना में हुई पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा,” हमलोग तभी बेहतर कर पायेंगे, जब जनता के बीच रहेंगे.” तेजस्वी यादव ने कहा है कि शीतकालीन सत्र चल रहा है. जैसे ही ये सत्र खत्म होता है, वैसे ही वह बिहार यात्रा पर वापस से निकलेंगे. वो अपनी अधूरी पड़ी कार्यकर्ता आभार यात्रा को पूरा करेंगे.
पटना में बैठने से नहीं चलेगा काम
तेजस्वी यादव ने पार्टी के विधायकों से कड़े शब्दों में कहा कि पटना में रहने से काम नहीं चलेगा. उन्होंने अपने विधायकों को भी अपने-अपने क्षेत्र में जाने को कहा है. उन्होंने कहा कि पार्टी संगठन की ओर से जो टास्क दिया जा रहा है, उसे हर हाल में पूरा करना होगा. तेजस्वी यादव ने अपने विधायकों से कहा,” शीतकालीन सत्र खत्म होते ही आपलोग अपने-अपने क्षेत्र में जाइए. अगर क्षेत्र में नहीं जायेंगे तो अगली बार सदन में नजर नहीं आयेंगे.” तेजस्वी यादव ने कहा, “क्षेत्र में जाकर लोगों से मिलिए. अधिक से अधिक लोगों को राष्ट्रीय जनता दल के साथ जोड़िए. बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत कीजिए.आपलोग क्षेत्र में इस तरह से काम कीजिए कि फिर से सदन में आ सकें.”
अब तक पूरी नहीं की एक भी यात्रा
तेजस्वी यादव की यात्रा का शेड्यूल अभी जारी नहीं हुआ है. इसकी जानकारी आगे दी जाएगी. माना जा रहा है कि वो दिसंबर के दूसरे सप्ताह में अपनी अधुरी यात्रा को आगे बढ़ायेंगे. तेजस्वी यादव की यात्रा कितने दिनों की होगी इसको लेकर भी अभी तस्वीर साफ नहीं है. तेजस्वी यादव पर आरोप लगता रहा है कि वे अपनी कोई भी यात्रा पूरी नहीं करते हैं. बीच में ही छोड़ देते हैं. उन्होंने जनता के बीच जाने की घोषणा करीब आधा दर्जन बार की है और दो से तीन यात्राएं भी शुरू की, लेकिन अब तक कोई यात्रा पूरी नहीं कर पाये हैं. शायद यही वजह है कि नेता प्रतिपक्ष कार्यकर्ता संवाद यात्रा को पूरा करेंगे.