जनता दल (यूनाइटेड) की ओर से बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 में सीट शेयरिंग को लेकर सामने आये बयान के बाद बिहार में सियासी हलचलें तेज हो गई है. सोमवार को जदयू ने बिहार में 16 लोकसभा सीटों पर दावा करते हुए दो टूक कहा है कि शेष बचे 24 सीटों पर आरजेडी-कांग्रेस और वाम दल आपस में बंटवारा कर लें. जदयू के इस बयान के बाद बिहार में इंडिया गठबंधन में हलचलें बढ़ गई है. जदयू के इस दावे के अगले दिन ही सीपीआई नेता डी राजा आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे. दोनों नेताओं से मिलने के बाद डी राजा ने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर हम लोगों के बीच बातचीत चल रही है. शीघ्र इस मामले का हल निकाल लिया जायेगा.
जदयू के बिहार में लोकसभा के 16 सीटों पर दावे पर कहा कि हर मुद्दे पर बात हुई है. हम लोग मिल बैठ कर इसका हल निकाल लेंगे.भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा ने कहा है कि बिहार में इंडिया गठबंधन मजबूत है. बहुत जल्द लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग होगा. पिछली बैठक में यह तय हुआ था कि सीट जल्द बांटे जायेंगे. सीट शेयरिंग को लेकर देर नहीं हुई है. भाजपा सोच रही हैं कि इंडिया गठबंधन टूट जायेगा. लेकिन्र, ऐसा होगा नहीं होगा.क्योंकि इंडिया गठबंधन में शामिल सभी दल के नेता मेच्योर हैं.
पटना में जनशक्ति भवन में मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन भाजपा और आरएसएस के खिलाफ उभरा है. यही कारण है कि पीएम और गृह मंत्री घबराएं हुये हैं. सीपीआइ नेता डी राजा ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी मुलाकात की और सीटों के बटवारे को लेकर बातचीत की. वे सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिले थे.डी राजा ने मोदी की गारंटी नारे पर कहा कि वे ऐसे बोल रहें हैं, जैसे वह तानाशाह हों. वह ऐसा व्यवहार कर रहे हैं कि देश में लोकतंत्र नहीं है. 1947 ने इनकी कोई भूमिका नहीं थी. इसलिए 2047 की बात कर रहे हैं. महागठबंधन इंडिया का पार्ट है. सीट शेयरिंग की बात सौहार्द माहौल में हो रहा है. जल्द ही सीट की घोषणा कर दी जायेगी.
डी राजा ने कहा कि इंडिया गठबंधन के घटक दलों से मिल कर हमने कहा है कि बिहार में हमें एक साथ लड़ना है. क्योंकि एकजुट होकर लड़ेंगे, तो भाजपा को नुकसान होगा. शीट शेयरिंग के नाम पर जो बयान आ रहा है. संयोजक के सवाल पर डी राजा ने कहा कि नीतीश कुमार काफी अनुभवी नेता हैं. काफी जानकर हैं. इंडिया गठबंधन के प्रमुख और टॉप नेता हैं. उन्हें मालूम है कि किस वक्त उन्हें क्या भूमिका अदा करनी है. उन्हें यह भी पता है कि नरेंद्र मोदी को हराने और देश को बचाने में उनकी क्या भूमिका होगी.
बताते चलें कि जदयू पार्टी के वरिष्ठ नेता और सरकार में मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सोमवार को सीट शेयरिंग को लेकर पार्टी का स्टैंड साफ करते हुए कहा था कि पार्टी किसी भी सूरत में अपने 16 सांसदों की सीटों पर कोई समझौता नहीं करेगा. सीटों की अदला- बदली संभव है. लेकिन जीती हुई सीट किसी भी सूरत में जदयू नहीं छोड़ेगा. यदि गठबंधन बनाना है तो त्याग करना होगा. उन्होंने कहा कि हमारी सीटिंग सीट पर कोई बातचीत नहीं होगी. राज्य की चालीस सीटों में 24 सीट राजद और कांग्रेस के पास बचती है और यह कम नहीं है. गौरतलब है कि बिहार में जदयू के पास लोकसभा की 16 सीटें हैं. 2019 के आम चुनाव मेंं जदयू के उम्मीदवार 16 सीटों पर जीते थे.
बिजेंद्र प्रसाद यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सामान्य तौर पर जो गठबंधन होता है, उसमें सीटिंग पर कोई बात नहीं होती है. यह परंपरा रही है. जीती हुई सीट पर कोई समझौता नहीं होता. बाकी जो 24 सीटें बचती हैं, उसमें राजद और कांग्रेस तथा वामदलों को एडजस्ट करना है. यादव ने कहा कि हमारा राजद के साथ गठबंधन हुआ था. राजद के साथ कांग्रेस और वाम दल थे. हम किसी भी सूरत में अपनी सीटें नहीं छोड़ सकते हैं.सीटों की अदला बदली संभव है.