Bihar Politics केंद्रीय मंत्री और जदयू नेता ललन सिंह के अल्पसंख्यक पर दिए एक बयान के बाद बिहार में सियासी पारा बढ़ गया है. जदयू इस मुद्दे पर ललन सिंह के बयान से पल्ला झाड़ते दिखी, वहीं इस मुद्दे पर आरजेडी आक्रामक हो गई है.
दरअसल, रविवार को मुजफ्फरपुर में केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि बिहार का अल्पसंख्यक समुदाय नीतीश कुमार की पार्टी को वोट नहीं देता है. जबकि उनके 19 वर्षों के कार्यकाल में अल्पसंख्यकों के लिए जितना विकास हुआ है, वह आजादी के बाद बिहार के इतिहास में किसी ने नहीं किया. केंद्रीय मंत्री ये बात मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कॉलेज में आयोजित जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन में कही है. इस बयान के बाद से ही बिहार में बवाल मचा है.
कभी-कभी नेताओं की जुबान फिसल जाती है
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के इस बयान को जदयू नेता मोहम्मद जमाल ने खारिज करते हुए कहा कि ‘ऐसा कुछ नहीं है. सांसद देवेश चंद्र ठाकुर को सीतामढ़ी में और बेलागंज विधानसभा में हुए उपचुनाव में अल्पसंख्यकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वोट किया है.
अल्पसंख्यक समुदाय भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वोट करता है. कभी-कभी नेताओं की जुबान फिसल जाती है.जदयू नेता और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ललन सिंह ने जो बयान दिया है उसे तोड़मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ललन सिंह के कहने का मतलब था कि नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक के लिए जितना काम किया है उस हिसाब से जदयू को वोट नहीं मिलता है.
आरजेडी ने कसा तंज
ललन सिंह के बयान पर आरजेडी नेता अख्तरुल इस्लाम शाहनी के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि ललन सिंह जदयू से ज्यादा आजकल बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं. उनकी भाषा बता रही है कि वे अब बीजेपी के हो गए हैं. लोकसभा में भी उन्होंने बीजेपी के साथ खड़ा होकर वक्फ बिल का समर्थन किया था.