Bihar Assembly Election 2020 पटना : कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के बीच बिहार में सियासी पार्टियां अक्तूबर-नवंबर में होनेवाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गयी हैं. वहीं, निर्वाचन आयोग भी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है. इसी कड़ी में बीते दिनों बिहार निर्वाचन आयोग ने सूबे के मान्यता प्राप्त दलों की एक बैठक भी बुलायी थी.
इन सबके बीच, बिहार के मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को बिना चुनाव के ही अगले पांच साल के लिए मुख्यमंत्री बनाये रखने की मांग उठी है. पटना के युवाओं ने इस संबंध में सोमवार को बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा है.
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे गये अपने ज्ञापन में युवाओं ने मांग की है कि कोरोना महामारी को देखते हुए बिहार में विधानसभा चुनाव को रद्द कर दिया चाहिए और सूबे में वर्तमान सीएम नीतीश कुमार को अगले पांच साल के लिए फिर से मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिये जाएं. युवाओं ने चुनाव आयोग से कहा है कि कोरोना महामारी को देखते हुए सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द कर आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट देने का फैसला किया गया है.
चुनाव आयोग को दिये अपने ज्ञापन में युवाओं ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि कोरोना संकट और बिहार के हित को ध्यान में रख कर आगामी विधानसभा चुनाव को रद्द किया जाये. साथ ही पिछले 15 सालों के परफॉर्मेंस को देखते हुए वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अगले पांच साल तक के लिए मुख्यमंत्री के तौर पर नियुक्त कर दिया जाना चाहिए. युवाओं ने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया कि हमारी मांग पर गंभीरता से विचार करें.
मालूम हो कि बिहार में जांच की संख्या बढ़ने के साथ ही कोरोना पॉजिटिवों की संख्या में भी वृद्धि जारी है. सोमवार को राज्य भर में कुल 282 नये कोरोना पॉजिटिव के मामले पाये गये. इसके साथ ही राज्य में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या बढ़ कर 9506 हो गयी है. हालांकि, अभी तक 7374 लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं. वहीं, अभी तक राज्य में दो लाख 12 हजार 659 लोगों की कोरोना को लेकर जांच की जा चुकी है. कोरोना संक्रमित होनेवालों में अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है.