लालू-राबड़ी ने पिछड़ों को नौकरी से वंचित किया, 15 साल में लाखों युवाओं के रोजगार पर पड़ी थी दोहरी मार : सुशील मोदी
बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर बड़ा हमला बोला है. सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि राजद के शासनकाल में खजाना इतना खाली था कि नयी भर्तियां बंद थीं. जिस एनडीए ने बिहार में विकास के कीर्तिमान बनाये, उसे विरासत में खोखली अर्थव्यवस्था मिली थी. उनके 15 साल में रिक्त हुए 5 लाख सरकारी पदों पर अगर नियुक्तियां होतीं, तो 1.35 लाख पिछड़ों को नौकरी मिलती.
पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर बड़ा हमला बोला है. सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि राजद के शासनकाल में खजाना इतना खाली था कि नयी भर्तियां बंद थीं. जिस एनडीए ने बिहार में विकास के कीर्तिमान बनाये, उसे विरासत में खोखली अर्थव्यवस्था मिली थी. उनके 15 साल में रिक्त हुए 5 लाख सरकारी पदों पर अगर नियुक्तियां होतीं, तो 1.35 लाख पिछड़ों को नौकरी मिलती.
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने लालू-राबड़ी पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि जिनका शासन दो पीढ़ी के लाखों युवाओं के रोजगार निगल गया, उन्हें अपना “अवतरण दिवस” नहीं, प्रायश्चित दिवस मनाना चाहिए था. वैसे भी, बिहार के गरीब-मजदूर, किसान अपने जन्मदिन पर केक नहीं काटते.
सुशील मोदी ने कहा कि लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन में जहां अनियंत्रित नरसंहार और नक्सलवाद की आग में जल कर ग्रामीण रोजगार भस्म हो गये थे. वहीं अपहरण-हत्या-फिरौती ने उद्योग-व्यापार को खत्म कर शहरी रोजगार के मौके छीन लिये. पति-पत्नी राज में सरकारी निगम इतने खोखले हो गये थे कि कर्मचारियों को वेतन के लाले पड़ गये. उनका राज गरीबों, मजदूरों और पिछड़ों के रोजगार पर दोहरी मार साबित हुआ.
Also Read: लालू के 73वें जन्मदिन पर पांच लाख से ज्यादा लोगों को खाना खिलाकर राजद ने मनाया ‘गरीब सम्मान दिवस’
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का गुरुवार को 73वां जन्मदिन है. इस मौके पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मिलकर उनके जन्मदिन पर आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने भावुक होकर प्रदेश वासियों से कहा कि वो आज भी लड़ रहे हैं, बिना थके, बिना झुके.
प्रदेश वासियों के नाम जारी एक पत्र में उन्होंने लिखा कि मैं उनके जन्म दिन पर उनके साथ रांची में हूं. मन थोड़ा व्यथित है कि वो हमसे दूर अकेले संघर्ष कर रहें है. थोड़ा सशक्त भी हूं, क्योंकि उनका जन्मदिन मुझे और अधिक प्रेरणा देता है. लगता है कि मैं उनकी तरह ही मुखरता से गरीबों और वंचितों की लड़ाई बिना सिद्धांतों से समझौता किये लड़ूं.