Bihar Politics: पटना. लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार के सियासी मैदान में मायावती की पार्टी बसपा के उतर जाने से मुकाबला रोचक हो गया है. पहले चरण के चुनाव के लिए एनडीए और महागठबंधन के उम्मीदवार चुनावी रण में उतर चुके हैं. इसी बीच, उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती की पार्टी बसपा भी बिहार के सियासी समर में कूद गई है. बहुजन समाज पार्टी ने बिहार की चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. बसपा की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने के बाद अब एनडीए और महागठबंधन दोनों की परेशानी बढ़ती दिख रही है. यूपी सीमा से लगी सीटों पर बसपा का प्रभाव रहा है.
बसपा ने उतारे पहले चरण के सभी चार सीटों पर उम्मीदवार
दरअसल, लोकसभा चुनाव में मायावती की पार्टी बसपा ने बिना किसी गठबंधन के चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया था. यूपी के साथ साथ बिहार में भी बसपा ने अपने उम्मीदवार उतारने शुरू कर दिए हैं. मायावती ने बिहार की सियासत में एंट्री मारते हुए पहले चरण में होने वाले बिहार की चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. पहले चरण में होने वाले चुनाव में गया, औरंगाबाद, जमुई और नवादा सीट से बसपा उम्मीदवारों ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया. अब तक इन सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के बीच ही मुख्य मुकाबला था, लेकिन बसपा के चुनावी मैदान में उतर जाने से कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार पैदा हो गये हैं.
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सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार देने का दावा
बसपा ने बसपा ने औरंगाबाद से सुनेश कुमार, गया से सुषमा कुमारी, नवादा से रंजीत कुमार और जमुई से सकलदेव दास को अपना उम्मीदवार बनाया है. पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो ने बुधवार को प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की. उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही उनका नामांकन भी शुरू हो गया. महतों ने दावा किया कि बिहार के सभी 40 सीटों पर बसपा अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है. पिछले चुनाव में भी बसपा ने बिहार की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, हालांकि किसी को सफलता नहीं मिली थी.