Bihar Politics: पटना. खरमास खत्म होते ही बुधवार को विधायक चेतन आनंद अपने नये सरकारी आवास में प्रवेश कर लिया है. नगर विकास एवं आवास विभाग ने गर्दनीबाग में मंत्रियों के लिए बनाए गए फ्लैट नंबर 12/20 को चेतन आनंद के नाम आवंटन किया है. गृहप्रवेश के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे. मुख्यमंत्री के साथ दोनों उपमुख्यमंत्री और कई मंत्री भी साथ थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत चेतन आनंद की मां लवली आनंद सांसद और पूर्व सांसद आनंद मोहन ने किया. मुख्यमंत्री वहां चूड़ा दही के भोज में भाग लिया और लगभग 15 मिनट तक लवली आनंद और आनंद मोहन से मुलाकात करने के बाद वह निकल गए.
चेतन आनंद ने किया था सरकार का समर्थन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनडीए में शामिल हुए लगभग एक साल होने को हैं. 28 जनवरी 2024 को नीतीश कुमार महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल हुए थे. उसी वक्त आरजेडी से शिवहर के विधायक चेतन आनंद सहित चार एमएलए ने पार्टी (आरजेडी) का साथ छोड़ दिया था. ये सभी एनडीए के खेमे में चले आए थे. इसके बाद लगातार आरजेडी की ओर से इन विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की जा रही थी. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधायक चेतन आनंद को मंत्री वाला आलीशान फ्लैट दिया है. इसी आवास के गृह प्रवेश के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज राष्ट्रीय जनता दल के विधायक वर्तमान में सत्ता पक्ष को समर्थन करने वाले चेतन आनंद के आवास पर पहुंचे.
राजद करता रहा है सदस्यता रद्द करने की मांग
नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के बाद फ्लोर टेस्ट में आरजेडी से विधायक रहे चेतन आनंद के अलावा नीलम देवी, प्रहलाद यादव और संगीता कुमारी ने पार्टी से बगावत कर सत्ता पक्ष का साथ दिया था. इसके बाद जमकर हंगामा हुआ था. आरजेडी की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को दल-बदल कानून के तहत इन चारों की सदस्यता रद्द करने की मांग करते हुए पत्र भी लिखा गया. हालांकि अभी तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अब इन विधायकों को नीतीश कुमार और ज्यादा पावर देने के मूड में दिख रहे हैं. इसकी शुरुआत चेतन आनंद को आलीशान फ्लैट देकर हो चुकी है.
सत्ता में बने रहेंगे नीतीश कुमार
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार पिछले 20 साल से केंद्र से लेकर बिहार की राजनीति को उंगली पर नचा रहे हैं. आगे भी नचायेंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ही सत्ता में रहेंगे. आगे विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में रहेंगे. पशुपति पारस की लालू यादव से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि जिन्होंने मुलाकात किया उनसे पूछिए जिनसे मुलाकात हुई है उनसे पूछिए.
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