सुमित कुमार, पटना: मार्च 2024 तक बिहार का बिजली कोटा 2800 मेगावाट बढ़ जायेगा. इसमें 2035 मेगावाट बिजली थर्मल पावर प्लांटों से, जबकि 760 मेगावाट बिजली नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों यानी सौर, हवा और जल से प्राप्त होगी. 2800 मेगावाट बिजली आपूर्ति बढ़ने से बिहार का बिजली कोटा वर्तमान 5500 से बढ़ कर 8300 तक पहुंच जायेगा. इससे खास कर गर्मियों के वक्त बिजली की मांग बढ़ने से आपूर्ति में होने वाली परेशानी खत्म होगी.
बाढ़ और बक्सर की दो-दो यूनिटों से मिलेगी बिजली
बिजली कंपनियों ने विनियामक आयोग को बताया है कि अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक बाढ़ में पहले फेज की दो यूनिटों (यूनिट दो और तीन), बक्सर के चौसा में सतलज जल विद्युत निगम द्वारा निर्माणाधीन दो यूनिटों और चतरा के नॉर्थ कर्णपुरा थर्मल पावर प्लांट की दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन शुरू हो जायेगा. इसमें बाढ़ की दोनों यूनिटों से 342-342 मेगावाट यानि 684 मेगावाट, चौसा की दोनों यूनिटों से 561-561 यानि 1122 मेगावाट और नॉर्थ कर्णपुरा की एक यूनिट से 229 मेगावाट यानि कुल 2035 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी.
दिसंबर तक विंड और सोलर प्रोजेक्ट से मिलेगी 500 मेगावाट बिजली
कंपनी ने कहा है कि मार्च 2024 तक नवीकरणीय यानि रिन्युएबल स्रोतों से 760 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी. इसमें सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसइसीआइ) के पांचवें फेज से 300 मेगावाट (हवा आधारित) और एसइसीआइ के ही हाइब्रिड प्रोजेक्ट से 210 मेगावाट यानी बिजली का प्रबंध दिसंबर 2023 तक ही हो जायेगा. इसके साथ ही ब्रेडा के चल रहे सोलर पावर प्रोजेक्ट से भी मार्च 2024 तक 250 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी.
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यूनिट का नाम-शुरुआत की संभावित तिथि-आवंटन(मेगावाट)
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बाढ़ स्टेज वन यूनिट दो – मार्च 2023 – 342
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बाढ़ स्टेज वन यूनिट तीन – जुलाई 2023 – 342
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नॉर्थ कर्णपुरा यूनिट दो – जुलाई 2023 – 229
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बक्सर थर्मल पावर प्लांट यूनिट वन – जुलाई 2023 – 561
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बक्सर थर्मल पावर प्लांट यूनिट दो – जनवरी 2024 – 561
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एसइसीआइ फेज पांच (विंड) – दिसंबर 2023 – 300
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ब्रेडा सोलर प्रोजेक्ट – मार्च 2024 – 250
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एसइसीआइ हाइब्रिड प्रोजेक्ट – दिसंबर 2023 – 210