बिहार: मनरेगा में सभी जिलों में किये गये कार्य की जारी हुई रैंकिंग, पटना 17वें नंबर पर, जानें अन्य जिलों का हाल
बिहार के जिलों में मनरेगा के तहत किये गये कार्य और उससे मिलने वाले रोजगार के आधार पर ग्रामीण विकास विभाग की ओर से रैंकिंग जारी की गयी है.
पटना : जिलों में मनरेगा के तहत किये गये कार्य और उससे मिलने वाले रोजगार के आधार पर ग्रामीण विकास विभाग की ओर से रैंकिंग जारी की गयी है. काम में प्रतिस्पर्धा लाने के लिए पहले विभाग ने जल-जीवन-हरियाली मिशन के तहत किये गये कार्यों के आधार पर जिलों का मूल्यांकन किया था. इस बार मनरेगा के कार्य पूरा करने में जिलों की रैंकिंग की है. कार्य के आधार पर किशनगंज को सर्वाधिक 60.87 अंक मिले हैं.
यह सबसे उपरी पायदान पर है, जबकि खगड़िया 41.17 अंक के साथ सबसे निचले पायदान पर है़ वहीं, पटना जिले को मनरेगा के कामों के आधार पर 57.30 अंक मिले हैं. यह जिला 17 वें नंबर पर है़ विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के आधार पर विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि के लिए निर्धारित कुल 100 अंक में राज्य का औसत अंक 53.45 है.
निजी भूमि पर आठ लाख से अधिक योजनाएं
मनरेगा के तहत सरकारी भूमि के अलावा निजी भूमि पर भी योजनाओं को पूरा किया जा रहा है़ अब व्यक्तिगत, निजी लाभ, भूमि पर की योजनाओं के लगभग आठ लाख 40 हजार, सार्वजनिक भूमि पर पौधारोपण के 10 हजार 38, जल संरक्षण, सूक्ष्म सिंचाई, पारंपरिक जल स्रोतों का जीर्णोद्धार या निर्माण आदि से संबंधित पांच हजार सात सौ 54 योजनाओं में दो लाख से अधिक तथा अन्य प्रकार की योजनाओं में दो लाख 47 हजार से अधिक मानव कार्य दिवस का सृजन किया गया है.
राज्य में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत सामुदायिक स्वच्छता परिसर निर्माण की 6137 योजनाओं का कार्य किया जा रहा है़ इनमें 14 हजार तीन सौ 42 मानव दिवस सृजित हो चुके हैं. गौरतलब है कि राज्य के 8386 ग्राम पंचायतों में से 7791 ग्राम पंचायतों में मनेरगा योजना से विभिन्न प्रकार के कार्य संचालित किये जा रहे हैं. इनमें आठ लाख 97 हजार आठ सौ 68 परिवार, जॉबकार्डधारी संलग्न है़ं अब तक आठ करोड़ 10 लाख 53 हजार 92 मानव दिवस का कार्य संपन्न हुआ है.