पटना विश्वविद्यालय की बची हुई परीक्षाएं जुलाई-अगस्त तक होंगी समाप्त

पटना यूनिवर्सिटी की सभी लंबित परीक्षाएं जुलाई-अगस्त में समाप्त कर लिया जायेगा. पीयू प्रशासन इसकी तैयारी में जुट गया है. ग्रेजुएशन पार्ट थर्ड की परीक्षाएं लगभग समाप्त हो गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 4, 2020 6:59 AM

पटना : पटना यूनिवर्सिटी की सभी लंबित परीक्षाएं जुलाई-अगस्त में समाप्त कर लिया जायेगा. पीयू प्रशासन इसकी तैयारी में जुट गया है. ग्रेजुएशन पार्ट थर्ड की परीक्षाएं लगभग समाप्त हो गयी है. कुछ बची हुईं परीक्षाएं, जिसमें वोकेशनल कोर्स की भी परीक्षाएं शामिल हैं. यह सभी परीक्षाएं जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित हो जायेगी. बीएससी पार्ट थ्री की सिर्फ प्रैक्टिकल की परीक्षा होनी बाकी है. प्रैक्टिकल परीक्षा जुलाई के प्रथम सप्ताह में आयोजित होगी. परीक्षा नियंत्रक प्रो आरके मंडल ने बताया कि बीए पार्ट थ्री की एक पेपर की परीक्षा होनी है. परीक्षा के बाद जुलाई अंत तक रिजल्ट जारी कर दिया जायेगा. उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य जारी है. पीजी सेमेस्टर टू और पीजी फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा जुलाई के अंतिम सप्ताह तक कराने की तैयारी है.

गेस्ट फैकल्टी के भरोसे पीयू का शैक्षणिक सत्र

पटना यूनिवर्सिटी में शिक्षकों की संख्या काफी कम है. शिक्षकों के स्वीकृत एवं सत्यापित कुल 888 शिक्षकों में से वर्तमान में यहां केवल 290 शिक्षकों से भी कम काम कर रहे हैं. वहीं पीयू शिक्षकों के रिक्त पदों की संख्या 598 है. यहां प्रोफेसर और ऐसोसिएट प्रोफेसर के स्वीकृत सभी पद वर्षों से खाली हैं. पीयू को नैक में बेहतर ग्रेड नहीं मिल पाने का एक कारण शिक्षकों की कमी भी है. यहां बड़ी संख्या में स्थायी शिक्षकों की कमी है.

पीयू और पीयू के विभिन्न कॉलेजों में कई ऐसे विभाग भी हैं, जहां एक भी स्थायी शिक्षक नहीं हैं. इनमें कुछ विभाग बंद हो चुके हैं और कुछ बंद होने के कगार पर हैं. शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए पीयू में 145 अतिथि शिक्षकों की सहायता ली जा रही है. वहीं, पीयू ने शिक्षा विभाग को रिक्त पदों का विवरण पांच सितंबर, 2019 को ही भेजा है. यहां अलग-अलग विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों की संख्या 197 बतायी गयी है. जबकि असिस्टेंट प्रोफेसर के स्वीकृत पद 493 हैं. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ रेखा कुमारी ने कहा कि सभी रिक्त पदों पर भर्ती विश्वविद्यालय सेवा आयोग के माध्यम से होनी है. उच्च शिक्षा विभाग इस संबंध में गंभीरता से विचार कर रहा है.

प्रोफेसर और ऐसोसिएट प्रोफेसर के सभी पद खाली

पीयू में प्रोफेसर के 69 पद और ऐसोसिएट प्रोफेसर के 184 पद स्वीकृत हैं. पिछली बार पीयू में इन पदों पर नियुक्ति लगभग 35 वर्ष पूर्व हुई थी. इसके बाद शिक्षक रिटायर होते चले गये, लेकिन इन पदों पर नियमित नियुक्ति नहीं हो पायी. पीयू के अधिकारियों ने कहा कि इस कारण पीयू में रिसर्च सहित तमाम शैक्षणिक गतिविधियों में लगातार गिरावट होती चली गयी है. इस तरह पदाधिकारियों एवं शिक्षकेतर कर्मियों के कुल 1436 पदों के विरुद्ध मात्र 660 शिक्षकेतर कर्मी ही कार्यरत हैं.

Posted By : Rajat Kumar

Next Article

Exit mobile version