Bihar Flood Update: बिहार में गंगा, कोसी, सोन, घाघरा, गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी की संभावना है. फिलहाल यह नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जल संसाधन विभाग ने अपने तटबंधों को सुरक्षित होने का दावा किया है. वहीं स्थानीय स्तर पर प्रशासन की तरफ से बाढ़ की स्थिति में राहत और बचाव की तैयारी की गई है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है.
पटना में गंगा का जलस्तर…
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार पटना जिले के दीघा घाट में बुधवार को गंगा नदी खतरे के निशान से 51 सेंमी नीचे थी. इसमें गुरुवार सुबह तक 11 सेंमी वृद्धि की संभावना है. पटना के गांधी घाट में गंगा नदी खतरे के निशान से 24 सेंमी ऊपर थी. इसमें 11 सेंमी वृद्धि की संभावना है. पटना के हथिदह में गंगा नदी खतरे के निशान से 27 सेंमी ऊपर थी. इसमें नौ सेंमी वृद्धि की संभावना है.
मुंगेर और भागलपुर में गंगा का जलस्तर कितना है?
सोन, घाघरा, गंडक और बूढ़ी गंडक का क्या है हाल?
बागमती और कोसी नदी
सीतामढ़ी जिले के ढेगब्रिज में बागमती नदी खतरे के निशान से 80 सेंमी नीचे थी. इसमें 100 सेंमी वृद्धि की संभावना है. मुजफ्फरपुर जिले के रुन्नी सैदपुर में बागमती नदी खतरे के निशान से 22 सेंमी नीचे थी. इसमें 12 सेंमी बढ़ोतरी की संभावना है. मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में बागमती नदी खतरे के निशान से 70 सेंमी ऊपर थी. इसमें 12 सेंमी वृद्धि की संभावना है.
मधुबनी, खगड़िया व कटिहार में कोसी व कमला-बलान
मधुबनी जिले के झंझारपुर में कमला-बलान नदी खतरे के निशान से 65 सेंमी नीचे थी. इसमें पांच सेंमी कमी की संभावना है. खगड़िया जिले के बलतारा में कोसी नदी खतरे के निशान से 104 सेंमी ऊपर थी. इसमें 12 सेंमी वृद्धि की संभावना है. कुरसेला में कोसी नदी खतरे के निशान से 78 सेंमी ऊपर थी. इसमें गुरुवार सुबह तक परिवर्तन की संभावना नहीं है.