बिहार में सड़कों का जाल बिछाकर एक जगह से दूसरे जगह की दूरी को कम करना और यात्रा सुलभ बनाने की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है. इसी क्रम में सीमांचल और कोसी में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. करीब पांच हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इन सड़कों से अब बंगाल, झारखंड और नेपाल की राह आसान हो जाएंगी.
बिहार में नेश्नल हाइवे और स्टेट हाइवे की सड़कों का काम चल रहा है. पूर्णिया-कोसी प्रमंडल के सात जिलों में नेश्नल हाइवे का जाल बिछाया जा रहा है. दोनों प्रमंडलों की करीब दो करोड़ आबादी को इससे लाभ मिलेगा. वहीं सीमांचल व कोसी के व्यवसाइयों को भी इससे काफी लाभ मिलने वाला है.
पूर्णिया से कटिहार होते हुए नरेनपुर तक हाइवे 131(ए) का काम चालू है. जिसके भौतिक अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया गया है. कटिहार में करीब 15 किलोमीटर का बायपास बनना है. यहां दो बड़े सेतु, 15 छोटे पुल, दो फ्लाई ओवर, तीन आरओबी और 17 अंडर पास भी बनाया जाएगा. जिससे बिहार और झारखंड की यात्रा आसान हो जाएगी.
नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के द्वारा 129 करोड़ से किशनगंज में फ्लाई ओवर जून तक बनकर तैयार हो जाएगा. फारबिसगंज-जोगबनी के बीच 250 करोड़ से करीब 10 किलोमीटर का एनएच मार्च तक बनना है. वहीं गलगलिया से बहादुरगंज के बीच 750 करोड़ की खर्च से बनने वाले सड़क का डीपीआर तैयार करने के बाद टेंडर हो चुका है. बहादुरगंज से अररिया एनएच का भी टेंडर हो चुका है. जिसके बाद 45 किमी रोड टू लेन से फोर लेन हो जाएगा.
वहीं किशगनंज से बहादुरगंज फोर लेन की भी टेंडर की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है. 23 किमी की बनने वाली इस नयी सड़क से बंगाल के अलावा नेपाल से सटे इलाके में लोगों को पहुंचने में आसान होगी.
Posted By :Thakur Shaktilochan