बिहार के गांवों की सड़कें अब होंगी चौड़ी, जानें किस आधार पर होगा चौड़ीकरण के लिए सड़कों का चयन
राज्य में अगले साल से गांव की सड़कें चौड़ी दिखने लगेंगी. इसके लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाइ) के तीसरे चरण में 6162.50 किमी लंबाई में सड़क बनाने सहित उनके चौड़ीकरण का लक्ष्य 2025 तक रखा गया है. इनमें से करीब 1500 किमी लंबाई में सड़कों का निर्माण और चौड़ीकरण मार्च, 2022 तक होगा. इनकी डीपीआर जमा करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. टेंडर के माध्यम से निर्माण एजेंसी का चयन होते ही जून, 2021 तक काम शुरू होने की संभावना है.
राज्य में अगले साल से गांव की सड़कें चौड़ी दिखने लगेंगी. इसके लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाइ) के तीसरे चरण में 6162.50 किमी लंबाई में सड़क बनाने सहित उनके चौड़ीकरण का लक्ष्य 2025 तक रखा गया है. इनमें से करीब 1500 किमी लंबाई में सड़कों का निर्माण और चौड़ीकरण मार्च, 2022 तक होगा. इनकी डीपीआर जमा करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. टेंडर के माध्यम से निर्माण एजेंसी का चयन होते ही जून, 2021 तक काम शुरू होने की संभावना है.
सूत्रों के अनुसार पीएमजीएसवाइ के तीसरे चरण में सभी 38 जिलों में चयनित सड़कों की चौड़ाई बढ़ायी जायेगी. फिलहाल जिन सड़कों की चौड़ाई 3.75 मीटर है उन्हें बढ़ा कर पांच मीटर तक किया जायेगा. इसका मकसद यातायात सुविधा को बेहतर बनाना है. इसके तहत जिन ग्रामीण सड़कों पर ज्यादा ट्रैफिक लोड होगा केवल उन्हीं का चयन चौड़ाई बढ़ाने के लिए किया जायेगा.
सरकार द्वारा इस निर्णय की घोषणा 2021-22 के लिए पिछले दिनों बजट भाषण के दौरान भी की गयी है. इस निर्णय का मकसद आर्थिक विकास में कृषि क्षेत्र के महत्वपूर्ण योगदान को बढ़ाना है. ग्रामीण इलाकों में खेती-बाड़ी होने और तैयार अनाज को मंडी या बाजार तक पहुंचने के लिए बेहतर सड़कों की आवश्यकता थी. ऐसे में ग्रामीण सड़कों की चौड़ाई बढ़ने सहित उनका मेंटेनेंस होने से ग्रामीण इलाकों के लाेगों को यातायात की बेहतर सुविधा मिल सकेगी.
राज्य सरकार ने वर्ष 2021-22 के लिए ग्रामीण सड़कों की बजट के लिए विशेष व्यवस्था की है. इसके तहत ग्रामीण कार्य विभाग का बजट 9424.13 करोड़ रुपये है. वहीं मुख्य सड़कों के लिए पथ निर्माण विभाग का बजट 5803.60 करोड़ रुपये है.
Posted By: Thakur Shaktilochan