बिहार के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए हुआ स्कॉलरशिप योजना का ऐलान, जानिए कैसे मिलेगा लाभ
बिहार छात्रवृति योजना की शुरुआत ऐसे बच्चों के लिए की गई है जो आर्थिक तंगी की वजह से पढ़ाई-लिखाई छोर देते हैं. इस योजना के तहत कंबाइंड काउंसलिंग बोर्ड (इंडिया) स्कॉलरशिप के द्वारा छात्रों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जाएगी.
बिहार सरकार द्वारा प्रदेश के ओबीसी, एससी, एसटी वर्ग के छात्रों के लिए बिहार छात्रवृत्ति योजना 2023 की घोषणा कर दी गई है. इस योजना के तहत बेहतर शिक्षा के लिए वैसे छात्र – छात्राओं को आर्थिक मदद पहुंचाई जाएगी जो कमजोर वर्ग से ताल्लुक रखते हैं. बढ़ती महंगाई के दौर में यह स्कॉलरशिप उन छात्र-छात्राओं के लिए बेहद लाभदायक होगी जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आते हैं.
पिछड़े वर्ग के छात्रों को मिलेगी छात्रवृत्ति
बिहार छात्रवृति योजना की शुरुआत ऐसे बच्चों के लिए की गई है जो आर्थिक तंगी की वजह से या फिर किसी अन्य कारण से पढ़ाई-लिखाई छोर देते हैं. इस योजना के तहत कंबाइंड काउंसलिंग बोर्ड (इंडिया) स्कॉलरशिप के द्वारा छात्रों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जाएगी. हालांकि इस योजना का लाभ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के उन्हीं छात्र-छात्राओं को मिलेगा जो पढ़ाई में बेहतर रिजल्ट लाते हैं परंतु आर्थिक कारणों से अपनी पढ़ाई नहीं कर पाते हैं.
ऑनलाइन होगा आवेदन
बिहार स्कॉलरशिप स्कीम 2023 के तहत लाभ लेने के लिए छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन आवेदन देना होगा. इस योजना के तहत आवेदक का आवेदन स्वीकार होने के बाद उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में पढ़ाई पर खर्च होने वाली 70 प्रतिशत राशि दी जाएगी. इस योजना का लाभ उठाने के लिए अभ्यर्थियों को ऑनलाइन माध्यम से सभी जानकारी देना अनिवार्य होगा.
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बिहार सरकार ने छात्रवृत्ति के लिए जारी किए रुपये
वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार ने अल्पसंख्यक विद्यालय समेत सभी सरकारी प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने के लिए 1.13 अरब रुपये जारी कर दिये हैं. कुल 1.74 अरब से अधिक राशि मंजूर की गयी है. यह राशि विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बांटी जानी हैं.
16.75 लाख बच्चों को दी जानी है छात्रवृति
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक यह छात्रवृत्तियां कुल 16.75 लाख बच्चों को दी जानी है. यह राशि लाभुकों के खाते में डीबीटी के जरिये डाली जानी हैं. कक्षा एक से चार तक के 853645 विद्यार्थियों को प्रति विद्यार्थी 600 रुपये के मान से, कक्षा पांच से छह तक के बच्चों को 1200 रुपये और कक्षा सात से आठ तक के बच्चों को 1800 रुपये प्रति मान के हिसाब से छात्रवृत्ति दी जानी है.