बिहार में बिना परीक्षा दिये अगली कक्षा में प्रमोट किये जायेंगे कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे, अनिवार्य रूप से करने होंगे ये काम…

शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कक्षा एक से आठ तक के 1.60 करोड़ बच्चों को बिना परीक्षा के ही प्रमोट कर दिया जायेगा. कोरोना संक्रमण के चलते क्लास नहीं चलने के मद्देनजर शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को यह निर्णय लिया. इसके मुताबिक इन बच्चों को अगली कक्षा में तभी प्रवेश मिलेगा, जब वे अपनी पिछली कक्षा की पढ़ाई तीन महीने तक पढ़ लेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | February 19, 2021 6:39 AM

शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कक्षा एक से आठ तक के 1.60 करोड़ बच्चों को बिना परीक्षा के ही प्रमोट कर दिया जायेगा. कोरोना संक्रमण के चलते क्लास नहीं चलने के मद्देनजर शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को यह निर्णय लिया. इसके मुताबिक इन बच्चों को अगली कक्षा में तभी प्रवेश मिलेगा, जब वे अपनी पिछली कक्षा की पढ़ाई तीन महीने तक पढ़ लेंगे.

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक तीन महीने की इस पढ़ाई सेशन को कैच-अप कोर्स कहा जा रहा है. इसके जरिये बच्चे को प्रमोट पिछली कक्षा की बेसिक जानकारी दी जायेगी. दरअसल, पूरे शैक्षणिक सत्र में एक भी दिन औपचारिक तौर पर कक्षाएं संचालित नहीं हो सकी हैं. शिक्षा विभाग ये क्लास मार्च के मध्य से शुरू कर सकता है.

कोविड के प्रभाव के चलते वर्ष 2019-20 के शैक्षणिक सत्र में भी इन्हीं कक्षा वर्ग के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया था. इस तरह हालिया दोनों शैक्षणिक सत्र कोविड महामारी के प्रभाव के चलते ‘शिक्षा शून्य’ माने गये हैं.

इस तरह की क्लास में बच्चों को किसी कक्षा विशेष की अध्ययन सामग्री की बुनियादी जानकारी कम समय में बच्चों को दी जाती है, ताकि वे अगली कक्षा की विषय सामग्री को अच्छी तरह समझ सकें. इसके लिए किसी कक्षा विशेष के बच्चों के लिए अध्ययन सामग्री भी सुनिश्चित की जाती है.

शिक्षा विभाग की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं को शुरू करने के लिए शिक्षा विभाग ने राज्य क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को प्रस्ताव भेज दिया है. शिक्षा विभाग ने माना है कि कोरोना की संवेदनशीलता घट चुकी है. लिहाजा स्कूल खाेलने में कोई हर्ज नहीं है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में इस ग्रुप की बैठक जल्दी ही होने वाली है.

कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट करने का आधिकारिक निर्णय ले लिया गया है. हालांकि, प्रमोट करने से पहले इन बच्चों को अपनी वर्तमान कक्षा की बुनियादी अध्ययन सामग्री पढ़ायी जायेगी. जहां तक कक्षा एक से पांच तक की कक्षाओं को शुरू करने का सवाल है, इसका प्रस्ताव राज्य क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को भेज दिया गया है.

संजय कुमार, प्रधान सचिव, शिक्षा विभाग बिहार

Posted By :Thakur Shaktilochan

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