बिहार: चेतना सत्र में बच्चों को देने होंगे ये जानकारी, नहीं देने पर होगी ऐसी कार्रवाई
बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को अब शिक्षकों को देश विदेश की भी जानकारी देनी होगी. जो शिक्षक ऐसा नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को प्रतिदिन देश-विदेश में चल रही समसामयिक घटनाओं से अवगत कराया जायेगा. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रारंभिक, मध्य एवं माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को पत्र लिख कर प्रतिदिन चेतना सत्र या कक्षा में देश-दुनिया की घटनाओं से अवगत कराने का निर्देश दिया है. इसके लिए जिला शिक्षा कार्यालय में अध्ययन अनुश्रवण कोषांग का गठन किया गया है.
अनुश्रवण कोषांग प्रतिदिन विषय तय कर स्कूलों को भेजते हैं. जारी पत्र में कहा गया है कि शिकायत मिली है कि स्कूलों में अध्ययन अनुश्रवण कोषांग द्वारा तैयार विषय पर स्कूलों में बच्चों के बीच चर्चा नहीं होती है, जबकि निर्देश है कि चेतना सत्र के दौरान तय विषय पर प्रतिदिन चर्चा होगी, यह बहुत ही खेद का विषय है. ऐसे स्कूलों को चिह्नित कर उन प्रधानाध्यापक के ऊपर कार्रवाई की जायेगी.
वीडियो बनाकर भेजना होगा कोषांग को
शिक्षा विभाग के पदाधिकारी का कहना है कि सभी स्कूलों को पोस्टर उपलब्ध कराया जा रहा है. पोस्टर में क्यूआर कोड अंकित है. विद्यालय के प्रधान मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन कर चेतना सत्र की सामग्री (विषय) प्राप्त कर सकते हैं. दिये गये विषय पर विद्यालयों में लगे ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से जीवंत चेतना सत्र का संचालन करना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रतिदिन समसामयिक घटनाओं से भी अवगत कराना है.
जैसे-देश के प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर हैं, तो उसकी जानकारी बच्चों को दे और बताएं कि विदेश जाने का उनका मूल मकसद क्या है. इसके अलावा राज्य में बड़े बदलाव होते हैं, तो इसकी भी जानकारी बच्चों को दें. प्रतिदिन बच्चों को अखबार पढ़ने की आदत डालें. बिहार के ऐतिहासिक स्थल या पर्यटन स्थल जैसी जानकारियां देंगे. साथ ही प्रतिदिन के चेतना सत्र की फोटोग्राफ, लघु वीडियो बनाकर इमेल के माध्यम से कोषांग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे.
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