बिहार में शराबबंदी की सख्ती बढ़ने के बाद अब शराब माफियाओं के अवैध कारोबार को ध्वस्त करने के लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है. सारण और वैशाली में ड्रोन की मदद से शराब मामले शनिवार को कार्रवाई की गयी. शराब का कारोबार दियारा क्षेत्र के दुर्गम इलाकों में तैयार किया जाने लगा है जिससे पुलिस की आंखों में धूल झोंका जा सके लेकिन अब तकनीक के इस्तेमाल से माफियाओं में भी हड़कंप है.
उत्पाद विभाग की टीम ने छपरा के तेलपा दियारा तथा दिल्ली या रहीमपुर में छापेमारी कर 20 से अधिक भट्टियों को नष्ट किया. हजारों लीटर अर्द्ध निर्मित देसी शराब बहाए गये जबकि सैंकड़ो लीटर देसी शराब को जप्त किया गया.शराब धंधेबाजों में हड़कंप मचा हुआ है. पटना मुख्यालय से आए हुए उपायुक्त संजय कुमार इस कार्रवाई को लीड कर रहे थे.
वैशाली के राघोपुर दियारा में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला जहां बालू के अंदर छिपाकर रखी गई भारी मात्रा में शराब को ड्रोन की मदद से ढूंढा गया और जप्त किया गया. दरअसल, शराब मामले में सख्तियां बढ़ी है तो शराब माफिया अब दुर्गम इलाकों को शराब तैयार करने का अड्डा बनाने लगे हैं. हाल में ही जहरीली शराब पीने से जब लगातार मौत के मामले सामने आने लगे तो कार्रवाई का अब तरीका भी बदला गया है.
ड्रोन की मदद से पहले उन इलाकों से तसवीरें मंगा ली जाती है जहां शराब तैयार किया जा रहा होता है. दरअसल, पुलिस उन जगहों पर मुश्किल से पहुंच पाती थी जहां शराब तैयार किया जाता था. अब दियारा इलाके में सूचना मिलने के बाद पहले ड्रोन कैमरे को भेजा जाता है.
ड्रोन की मदद से वो सभी तसवीरें सामने आ जाती है जहां शराब की भट्टियां रहती है. उसके बाद उसी दिशा में पुलिस रेड करती है. हालांकि आसमान में ड्रोन को देख माफियाओं में हड़कंप मच जाता है और अधिकतर मामले में वो भागने में सफल हो जाते हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan