पटना : राज्य के बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में सीबीआइ की जांच अब तेजी से आगे बढ़ने लगी है और यह निर्णायक दौर में पहुंचने वाली है. जल्द ही सीबीआइ इस मामले में तीसरी चार्जशीट भी दायर कर सकता है. संभावना जतायी जा रही है कि एक महीने में तीसरी चार्जशीट सामने आ सकती है. इसकी तैयारी विभागीय स्तर पर तकरीबन पूरी हो चुकी है. इस तीसरी चार्जशीट में भी कुछ दूसरे आइएएस और आइपीएस अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं.
इसमें भागलपुर के कुछ स्थानीय नेताओं के भी नाम सामने आने की पूरी संभावना है, जिन्होंने पैसे के लेन-देन में अहम भूमिका निभायी है. कुछ ऐसे लोग भी सामने आयेंगे, जिन्होंने सृजन से पैसे लेकर करोड़ों का साम्राज्य या बड़ा व्यापार खड़ा कर लिया है. इन लोगों की जांच अंतिम चरण में चल रही है. इन मामलों को लेकर कई लोगों से पूछताछ पूरी हो चुकी है. जबकि कुछ लोगों से अंतिम दौर की पूछताछ होने वाली है. इसके बाद तीसरी चार्जशीट को अंतिम रूप दे दिया जायेगा. इस घोटाले की जांच में सीबीआइ अब तक दो चार्जशीट दायर कर चुकी है, जिसमें रिटायर्ड आइएएस अधिकारी केपी रामय्या समेत कुल 88 लोगों को अभियुक्त बनाया जा चुका है. पहली चार्जशीट में 28 और दूसरी में 60 लोगों को अभियुक्त बनाया जा चुका है.
इसमें बैंक अधिकारियों के अलावा कुछ सरकारी अधिकारी, नाजिर समेत अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया जा चुका है, परंतु अब तीसरी चार्जशीट में कई निजी लोग और इन लोगों के साथ सांठगांठ करके कोकस बनाकर सृजन के पैसे को बाजार में घुमाने वाले या इससे सीधे तौर पर लाभ प्राप्त करने वाले लोगों पर शिकंजा कसने जा रहा है.इस मामले में अब तक बनाये गये अभियुक्तों में करीब एक दर्जन लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इनकी गिरफ्तारी के लिए भी सीबीआइ व्यापक स्तर पर पहल शुरू कर सकती है. प्राप्त सूचना के अनुसार, कुछ एक फरार चल रहे अभियुक्त हाल के दिनों में भागलपुर की कुछ पार्टियों में देखे गये हैं. इनकी तलाश तेजी से शुरू हो गयी है.