बिहार के कुख्यातों को बाहरी राज्यों से भी दबोचकर लाने का सिलसिला जारी है. एसटीएफ को एक और कामयाबी हासिल हुई है. खगड़िया निवासी दीपक उर्फ दिपेन सिंह को एसटीएफ ने जम्मू-कश्मीर के विजयपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. कुख्यात अपराधी दीपक पिछले साल खगड़िया में हुए वार्ड सदस्य बमबम सिंह हत्याकांड में आरोपित था. उसके खिलाफ खगड़िया के विभिन्न थानों में हत्या, लूट, चोरी जैसे गंभीर अपराध के कई मामले दर्ज हैं. पुलिस ने दीपक के ऊपर इनाम भी रखा था. वह लंबे समय से फरार चल रहा था. जम्मू कश्मीर में उसके छिपे होने की सूचना पर एसटीएफ ने वहां जाकर छापेमारी की और उसे गिरफ्तार किया.
जम्मू-कश्मीर में धराया खगड़िया का कुख्यात
जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार किया गया कुख्यात दीपक उर्फ दीपन सिंह खगड़िया के पसराहा थाना क्षेत्र क़े पिपरपांति का रहने वाला है. पिछले साल हुए बमबम सिंह हत्याकांड में उसकी खोज पुलिस को थी. इसके अलावे उसने खगड़िया में कई अपराध की घटनाओं को अंजाम दिया था. बता दें कि 31 मार्च 2023 की देर रात को अपराधियों ने खगड़िया के पसराहा थाना अंतर्गत गोगरी प्रखंड सर्किल नंबर एक के पिपरपांती में वार्ड सदस्य बमबम सिंह को मौत के घाट उतार दिया था. गोलियों से छलनी करके बमबम सिंह की हत्या कर दी गयी थी.
ALSO READ: बिहार के सासाराम में ट्रैफिक डीएसपी ने गोली मारकर ली युवक की जान? एसपी ने बतायी आधी रात की कहानी
वार्ड सदस्य बमबम सिंह को गोलियों से किया गया था छलनी
कोयला पंचायत के वार्ड संख्या 6 से वार्ड सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए बमबम सिंह की हत्या काफी सुर्खियों में रही थी. हत्या के विरोध में अगले दिन मुख्य सड़क को जाम करके प्रदर्शन किया गया था. बमबम सिंह घटना के वक्त अपने साथ बबलू सिंह के बासा पर बैठे हुए थे. इसी दौरान कई बदमाशों ने मिलकर उनपर हमला कर दिया था और गोलियों से छलनी करके बमबम सिंह की जान ले ली थी. करीब आधा दर्जन गोली बमबम सिंह को मारी गयी थी. खून से लथपथ बमबम सिंह को आनन-फानन में अस्पताल ले जाने परिजन निकले लेकिन रास्ते में ही बमबम सिंह ने दम तोड़ दिया था.
बिहार में क्राइम की अधिक खबरें यहां पढ़ें…
बमबम सिंह के पिता का भी हुआ था मर्डर
बमबम सिंह के पिता कालो सिंह भी वार्ड नंबर 6 के वार्ड सदस्य थे. बमबम सिंह की हत्या से तीन साल पहले पिपरपांती के तेतरी भित्ता धार में उनके पिता को भी अपराधियों ने मौत के घाट उतार दिया था. बमबम सिंह के पिता के सिर को धड़ से अलग करके बदमाशों ने कोसी नदी में बहा दिया था. दो दिन बाद पुलिस को सिर कटा शव मिला था.