– सिर्फ अगस्त माह में 12 घोषित इनामी सहित कुल 87 मोस्ट वांटेड एवं तीन नक्सलियों को किया गिरफ्तार संवाददाता, पटना. बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) इकाई ने संगठित अपराध एवं अपराध कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई तेज कर दी है. इसका परिणाम रहा कि पिछले दो वर्षों (2022 और 2023) के मुकाबले 2024 में प्रति माह घोषित इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी चार गुनी से अधिक बढ़ गयी 2022 में प्रति माह औसतन 1.6 के हिसाब से कुल 19 जबकि 2023 में प्रति माह औसतन 2.2 के हिसाब से कुल 26 घोषित इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. इसके मुकाबले 2024 में अगस्त तक 113 घोषित इनामी को गिरफ्तार किया गया, जिनका प्रति माह औसत 9.4 रहा. मोस्ट वांटेड की गिरफ्तारी भी बढ़ी, नक्सली घटे बिहार पुलिस मुख्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक मोस्ट वांटेड अपराधियों की गिरफ्तारी भी बढ़ी है. 2022 में प्रति माह 23.6 के हिसाब से कुल 283 मोस्ट वांटेड पकड़े गये. 2023 में यह संख्या बढ़ कर 547 हो गयी. इसके मुकाबले अगस्त 2024 तक एसटीएफ ने 480 मोस्ट वांटेड को पकड़ा है. हालांकि बीते वर्षों के मुकाबले नक्सलियों की गिरफ्तारी घटी है. 2022 में 57 और 2023 में 19 नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था. इसके विरुद्ध 2024 में अगस्त तक 21 नक्सलियों की गिरफ्तारी हो सकी है. इसके पीछे पुलिस पदाधिकारी अधिक प्रभावित जिलों में नक्सलियों का प्रभाव कम होना बताते हैं. सिर्फ अगस्त में 87 मोस्ट वांटेड और 12 इनामी अपराधियों की हुई गिरफ्तारी पुलिस मुख्यालय ने बताया कि 2024 के सिर्फ अगस्त माह में 12 घोषित इनामी 87 मोस्ट वांटेड अपराधियों को पकड़ा गया है. इसके साथ ही तीन नक्सली भी गिरफ्तार हुए. अगस्त माह में पकड़े गये प्रमुख इनामी अपराधियों में सहरसा जिले का 50 हजार का इनामी गुणसागर यादव और उदीश यादव, बेतिया का 25 हजार का इनामी शेख मुबारक, अजीत सहनी और सोनू चौधरी उर्फ आर्यन कुमार, गया का 50 हजार का इनामी भोला ठाकुर, गोपालगंज का 50 हजार का इनामी मनोज राम और संजय सिंह उर्फ बनरी, पटना जिले का 50 हजार का इनामी अमर राय और सीवान जिले का दो लाख का इनामी कुख्यात गोल सिंह उर्फ अंशु सिंह आदि शामिल रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है