पटना : राजधानी के कॉलेज ऑफ कॉमर्स में प्रवेश पत्र लेने पहुंची इंटरमीडिएट की छात्रा पांच महीने बाद किसी तरह से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूट कर वापस अपने घर आ गयी. छात्रा ने घर आने के बाद आपबीती सुनायी है. छात्रा का कहना है कि अपहरणकर्ताओं ने उत्तराखंड के किसी गांव में छिपाकर रखा था, इसके पहले दो बार भागने की कोशिश की थी. लेकिन वह असफल रही, भागने की कोशिश करने के बाद अपहरणकर्ताओं को जब इस बात की जानकारी मिली तो प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. छात्रा के घर आने के बाद परिजनों ने पत्रकार नगर थाने की पुलिस को सूचित किया है. छात्रा गुरुवार को शाम करीब छह बजे मीठापुर बस स्टैंड पहुंची जहां से उसने एक दुकानदार के मोबाइल से परिजनों को फोन किया, फिर छात्रा अपने घर पहुंची. इसके बाद मामले का खुलासा हुआ है.
महिला ने प्रसाद खिलाकर छात्रा को किया था बेहोश
छात्रा के पिता की माने तो एडमिट कार्ड लेकर छात्रा अपने घर आ रही थी, इसबीच कॉलेज से सटे सब्जीमंडी स्थित मंदिर के पास एक महिला ने छात्रा को रोक कर प्रसाद दी, जिसे खाने के कुछ देर बाद वह बेहोश हो गयी. महिला अपने अन्य साथियों के साथ मिल कर उसे उत्तराखंड लेकर चली गयी. जहां होश में आने के बाद पीड़िता ने खुद को बंद कमरे में कैद पाया. छात्रा के मुताबिक महिला ने नशीला पदार्थ खिलाकर उसको बेच दिया था. परिजनों के मुताबिक जहां पर छात्रा को कैद किया गया था, वहां तीन से चार लोगों का पहरा लगा रहता था. जब वह खुद को अकेले पायी, तो वहां से भाग गयी. उत्तराखंड से लखनऊ होते बनारस होते हुए वह पटना अपने घर पहुंची.
छात्रा का होगा मेडिकल टेस्ट
पत्रकार नगर थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि लापता छात्रा के आने की सूचना परिजनों ने थाने को दे दी है. परिजनों को शनिवार को थाने बुलाया गया है, जिसके बाद पुलिस सुरक्षा में उसकी मेडिकल जांच करायी जायेगी. आवेदन देने के बाद संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. यहां बता दें कि रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र की रहने वाली 12वीं की छात्रा 25 जनवरी को अपने घर से निकल कॉलेज ऑफ कॉमर्स गयी थी, जहां से वह लापता हो गयी. परिजनों ने पत्रकार नगर थाने में गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज कराया था.
Posted By : Rajat Kumar