बिहार: जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है टेबल टेनिस खिलाड़ी प्रिया, तीन दिनों बाद भी नहीं मिला आरोपित
बीते बुधवार को हाइकोर्ट मोड़ पर सड़क दुर्घटना में घायल राष्ट्रीय स्तर की जानी मानी टेबल टेनिस खिलाड़ी प्रिया कुमारी ब्रेन हैमरेज की शिकार होकर चौथे दिन भी जिंदगी और मौत से जूझती रही.
पटना : बीते बुधवार को हाइकोर्ट मोड़ पर सड़क दुर्घटना में घायल राष्ट्रीय स्तर की जानी मानी टेबल टेनिस खिलाड़ी प्रिया कुमारी ब्रेन हैमरेज की शिकार होकर चौथे दिन भी जिंदगी और मौत से जूझती रही. लेकिन, उसे धक्का मारकर घायल करने वाला वाहन कौन चला रहा था, यह अब तक नहीं सामने आया है. धक्का मारने वाली काले रंग की नेक्सोन गाड़ी पर एक राजनीतिक दल का झंडा लगा था और बिना नंबर प्लेट की यह गाड़ी पूरी तरह नयी है. चूंकि दुर्घटना स्थल से ही वाहन को जब्त करने में पुलिस को सफलता मिली थी. लिहाजा वीआइपी मामला होने के कारण इसे दबाने की भी चर्चा रही. ट्रैफिक थाना गांधी मैदान में वाहन को रविवार को तिरपाल द्वारा ढक दिये जाने से भी इस चर्चा को हवा मिली है. मामले में गांधी मैदान ट्रैफिक थानाध्यक्ष ने गाड़ी मालिक के बारे में जानकारी नहीं होने की बात कही. ट्रैफिक एसपी व अन्य वरीय अधिकारियों से प्रयास के बावजूद संपर्क नहीं हो सका.
गाड़ी जब्त होने के बावजूद मालिक तक नहीं पहुंच पाई पुलिस
प्रिया के पिता जगदीश प्रसाद सिन्हा ने बताया कि भवन निर्माण विभाग में निम्न वर्गीय लिपिक के पद पर कार्यरत उनकी पुत्री बुधवार की शाम दफ्तर से कदमकुआं स्थित अपने निवास पर जा रही थी. इसी दौरान हाइकोर्ट मोड़ के पास बोरिंग रोड की ओर से आ रही गाड़ी ने उसके होंडा एक्टिवा स्कूटी को पीछे से टक्कर मार दी थी. इसमें वह सड़क पर एक ओर गिर गयी थी और उसे धक्का मारने वाला गाड़ी छोड़कर भाग गया था. बाद में उसी गाड़ी से पुलिस ने प्रिया को पीएमसीएच पहुंचाया. दो दिनों तक उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर परिजन उसे पीएमसीएच से तारा नर्सिंग होम में लेकर आये. हालांकि अब भी उसकी स्थिति गंभीर है. प्रिया के पिता ने इस बात पर भी हैरानी व्यक्त की कि अब तक ट्रैफिक पुलिस यह बताने में भी समर्थ नहीं है कि किसने धक्का मारा था जबकि वाहन के चेसिस नंबर के आधार पर पुलिस आसानी से पहुंच सकती है