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Bihar Teacher News: 4 लाख से ज्यादा शिक्षकों ने नहीं बनाया अटेंडेंस, शिक्षा विभाग अब करेंगी जांच

Bihar Teacher News: बिहार में शिक्षा विभाग के लिए एक बड़ी समस्या सामने आई है. पहली बार 4.97 लाख शिक्षक अनुपस्थित पाए गए हैं, जिससे विभाग में हड़कंप मच गया है. यह अप्रत्याशित स्थिति शिक्षा तंत्र को चुनौती दे रही है, और अधिकारियों ने इस पर तुरंत कदम उठाने की योजना बनाई है.

Bihar Teacher News: बिहार में ई-शिक्षा कोष पोर्टल की तकनीकी खामियों के कारण राज्यभर के शिक्षकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई शिक्षक, जो स्कूल में मौजूद थे, पोर्टल पर अनुपस्थित दिखाई दे रहे हैं, और इस कारण उनकी उपस्थिति शून्य दर्ज हो रही है. यह स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि कई मामलों में शिक्षकों का वेतन भी रोक लिया गया है.

सिस्टम की तकनीकी समस्याएं बनीं मुख्य वजह

ई-शिक्षा कोष सॉफ्टवेयर में लगातार आ रही गड़बड़ियों के कारण शिक्षक खुद को मानसिक दबाव में महसूस कर रहे हैं. 27 जनवरी की रिपोर्ट के अनुसार, राज्यभर के 75,759 स्कूलों में से 4,97,572 शिक्षकों की उपस्थिति शून्य दर्ज हो गई, जबकि इन सभी ने स्कूल में अपनी ड्यूटी पूरी की थी.

पोर्टल की धीमी गति और तकनीकी खामियां बढ़ा रही समस्या

जगदीशपुर, सन्हौला, नगर निगम और नवगछिया जैसे इलाकों में इंटरनेट कनेक्शन के बावजूद ऐप के धीमे काम करने और अपडेट न होने के कारण शिक्षकों को उपस्थिति दर्ज करने में समस्या आ रही है. कई शिक्षकों ने बताया कि, सिस्टम पर डाटा अपडेट न होने के कारण उनकी मेहनत बेकार हो रही है.

शिक्षकों पर मानसिक दबाव बढ़ा

प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ, भागलपुर के अध्यक्ष डॉ. शेखर गुप्ता ने कहा कि शिक्षक इस तकनीकी समस्या के कारण मानसिक दबाव में हैं. कई बार, उपस्थिति दर्ज होने के बाद भी सिस्टम पर अपडेट नहीं होती, जिससे शिक्षक घबराहट और तनाव महसूस कर रहे हैं.

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वेतन में कटौती का खतरा

शिक्षकों ने यह भी बताया कि उनके वेतन में कटौती की आशंका भी बढ़ गई है, क्योंकि ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर उनकी उपस्थिति सही से दर्ज नहीं हो पा रही है. ई-शिक्षा कोष सॉफ्टवेयर की इस खामी को जल्द से जल्द सुधारने की आवश्यकता है, ताकि शिक्षकों की समस्याओं का समाधान हो सके और वे मानसिक दबाव से बाहर आ सकें.

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